हार्दिक के कटाक्ष के बाद बीजेपी ने जारी किया घोषणा पत्र

अहमदाबाद। बीजेपी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए आज आखिरकार अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया। इसमें कृषि आय दोगुनी करने, गैर आरक्षित वर्ग को शैक्षणिक संस्थाओं में लाभ देने समेत कई बातें शामिल की गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री तथा गुजरात में पार्टी के चुनाव प्रभारी अरुण जेटली ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी और गुजरात प्रभारी भूपेन्द्र यादव की मौजूदगी में जारी किया। मालूम हो कि हार्दिक पटेल ने भी ट्विट कर बीजेपी का मजाक उड़ाया था कि फर्जी सीडी के चक्कर में घोषणा पत्र जारी नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि शनिवार को पहले चरण के चुनाव के चलते चुनाव संहिता के प्रावधानों को देखते हुए संकल्प पत्र पर मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की तस्वीर नहीं हैं क्योंकि ये सभी चुनाव लड़ रहे हैं। इसे कल वोटिंग होने के बाद पांच बजे तस्वीर के साथ फिर से जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश दुनिया में आर्थिक मंदी के बावजूद गुजरात में पिछले पांच साल में 10 प्रतिशत की दर से विकास हुआ है। इसे चीन को भी पीछे छोड़ दिया है जहां अब यह साढ़े छह प्रतिशत पर आ गया है।
जेटली ने कहा कि संकल्प पत्र में एकमात्र उद्देश्य विकास की इस दर को बनाये रखने को बनाया गया है। हम आधारभूत संरचान, कृषि, स्वास्थ्य शिक्षा में और आगे बढ़ेंगे और कमजोर वर्ग के लिए विशेष कार्यक्रम ला पायेंगे। इसके अलावा गुजरात की एकता को बनाये रखना भी उद्देश्य होगा। उन्होंने गत चार दिसंबर को जारी हुए कांग्रेस के घोषणा पत्र पर प्रहार करते हुए कहा कि इसमें संवैधानिक और वित्तीय रूप से कई असंभव वादे किये गये हैं।
गुजरात सरकार की कुल राजस्व आय 90 हजार करोड़ रुपये है जबकि कांग्रेस ने अतिरिक्त एक लाख 21 हजार करोड़ की रियायतें देने के वायदे कर दिए हैं। उन्होंने कांग्रेस सरकार के किसानों की ऋण माफी के वादे पर सवाल उठाते हुए कहा कि यूपीए सरकार ने 2008 में ऐसा किया तो गुजरात में मात्र 1156 करोड़ माफ किया। पूर्व में केंद्र के कहने पर भी अपने शासन वाले राज्यों में पेट्रोल डीजल की कीमत नहीं घटाने वाली कांग्रेस अब इसके बारे में वायदे कर रही है। उन्होंने 50 प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण के कांग्रेस के वायदे पर परोक्ष हमला बोला और राज्य में सामाजिक ध्रुवीकरण को नुकसान वाला रास्ता बताया।