सलाह: बुखार-कमजोरी को हल्के में न लें

हेल्थ डेस्क। यदि किसी को बुखार, कमजोरी, थकान, रक्तस्राव के लक्षण हैं। बार-बार संक्रमण हो रहा है तो इसे नजर अंदाज न करें। यह लक्षण ब्लड कैंसर के हो सकते हैं। ऐसे लक्षण प्रतीत होने पर तुरंत हेमटोलॉजिस्ट या हेमटो-ऑन्कोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए। यह बातें शनिवार को राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर पीजीआई के हिमेटोलॉजी विभाग के डॉ. संजीव ने कही।
डॉ. संजीव बताते हैं कि ब्लड कैंसर कई प्रकार के होते हैं। इनमें एक्यूट, क्रॉनिक ल्यूकीमिया, हॉजकिन और गैर-हॉजकिन के लिंफोमा या मल्टीपल मायलोमा के कैंसर शामिल हैं। सभी ब्लड कैंसर जीवन के लिए खतरा नहीं होते हैं। कुछ कैंसर की जल्द पहचान और उपचार से मरीजों को काफी हद तक राहत दी जा सकती है। शीघ्र निदान के लिए कैंसर के प्रति जागरूकता आवश्यक है।
डॉ. संजीव बताते हैं कि कोरोना संक्रमण के चलते कैंसर मरीज सतर्कता और सावधानी बरतें। इनकी सामान्य लोगों के मुकाबले प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। इन्हें संक्रमण होने का खतरा कई गुना ज्यादा होता है। घर से बाहर जाने पर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये लोगों को ब्लड कैंसर के प्रति जागरूक किया।
पीजीआई के रेडियोथेरेपी विभाग के डॉ. नीरज रस्तोगी बताते हैं कि प्रदूषण और धूम्रपान से फेफड़े का कैंसर होने की आशंका अधिक होती है। तंबाकू का सेवन किसी भी रूप में नुकसान दायक है। मौजूदा समय में मुंह, गला, खाने के8 नली, बच्चेदानी, फेफड़ा, आंत, पैंक्रियाज,लिवर और दिमाग के कैंसर के मामलों में इजाफा हो रहा है।