आईएसआई के संपर्क में था अनस : पाकिस्तान को भेजी गईं सूचनाएं

पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा और उसके मददगार अनस गितैली को गिरफ्तार करने के बाद यूपी एटीएस पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को भेजी गई सूचनाओं का पता लगाने में जुटी है। इसके लिए दोनों के मोबाइल फोन की फोरेंसिक जांच भी कराई जा रही है। सेना में नौकरी के दौरान सौरभ की तैनाती वाले स्थानों के बारे में भी पता किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार अनस गितैली आईएसआई के सीधे संपर्क में होने की संभावना है। आईएसआई के निर्देश पर वह सौरभ को पैसे भेजता था। अनस के बारे में गुजरात एटीएस और एनआईए से भी जानकारी मांगी गई है। अनस के मोबाइल फोन से काफी अहम सूचनाएं मिलने की संभावना है। आईएसआई के लिए काम करने वाला उसका बड़ा भाई इमरान गितैली पहले से ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की गिरफ्त में है। सौरभ व अनस की कस्टडी रिमांड मिलने के बाद दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करने की भी योजना है।हापुड़ निवासी सौरभ को एटीएस ने शुक्रवार को पूछताछ के दौरान लखनऊ में ही गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि अनस को गोधरा (गुजरात) से गिरफ्तार करके लखनऊ लाया जा रहा है। सौरभ ने एटीएस के सामने स्वीकार किया है कि वह पैसों के लालच में सेना की गोपनीय सूचनाएं समय-समय पर व्हाट्सअप के माध्यम से पाकिस्तान की एक महिला खुफिया अधिकारी को भेजता था। अब एटीएस यह पता करना चाहती है कि वह सेना के बारे में कौन-कौन सी जानकारी पाकिस्तान को दे चुका है, क्योंकि यह जानकारी देश की सुरक्षा के लिहाज से खासी अहम है। ऐसी संभावना है कि सौरभ की तैनाती पठानकोट में भी रही है। ऐसे में इस आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि उसने कुछ बेहद संवेदनशील सूचनाएं भी पाकिस्तान को दी हों। सौरभ के बैंक खातों और नकद प्राप्त पैसों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।