डोनाल्ड ट्रंप : दो बार महाभियोग का सामना करने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति

नई दिल्ली। अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी के दबदबे वाली प्रतिनिधि सभा ने बुधवार देर रात अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के महाभियोग प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी। प्रतिनिधि सभा में ट्रंप के महाभियोग प्रस्ताव पर मतदान के दौरान पक्ष में 232 (डेमोक्रेट्स 222 + रिपब्लिकन 10) और विपक्ष में 197 वोट पड़े। मतदान के साथ ही ट्रंप अमेरिकी इतिहास में पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए, जिनके खिलाफ दो बार महाभियोग चलाया गया है। कैपिटल हिंसा मामले में ट्रंप के खिलाफ यह महाभियोग प्रस्ताव लाया गया था। डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव सांसद जैमी रस्किन, डेविड सिसिलिने और टेड लियू ने तैयार किया था। प्रतिनिधि सभा के 211 सदस्यों ने इसे सह-प्रायोजित किया। प्रस्ताव में निवर्तमान राष्ट्रपति पर समर्थकों को राजद्रोह के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि ट्रंप ने अपने समर्थकों को कैपिटल बिल्डिंग (संसद परिसर) की घेराबंदी के लिए तब उकसाया, जब वहां इलेक्टोरल कॉलेज के मतों की गिनती चल रही थी और लोगों के धावा बोलने की वजह से यह प्रक्रिया बाधित हुई। इस घटना में एक पुलिस अधिकारी समेत पांच लोगों की मौत हो गई। प्रतिनिधि सभा में डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद अब सबकी नजरें सीनेट पर हैं। अगर यहां भी प्रस्ताव पास हो जाता है, तो डोनाल्ड ट्रंप को तय समय से पहले ही राष्ट्रपति का पद छोडऩा होगा। लेकिन सीनेट में रिपब्लिकन नेताओं के पास 50 के मुकाबले 51 का मामूली अंतर से बहुमत है। सीनेट में महाभियोग प्रस्ताव पारित करने के लिए दो तिहाई सदस्यों के मतों की आवश्यकता होती है।