एक परिपक्व व्यापारी के लिए सामाजिक होना अनिवार्य : अजय बंसल

गाजियाबाद। जनपद की रामलीला कमेटी के पूर्व अध्यक्ष पता आरके ट्रेडर्स के नाम से अपना सैनिटरी वेयर का व्यापार सफलतापूर्वक चलाने वाले अजय बंसल मौलिक रूप से एक धार्मिक एवं सामाजिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं । श्री बंसल जनपद के उन चंद पुराने बाशिंदों में से एक हैं जिन्होंने अपने व्यक्तित्व के इत्र के कारण हमेशा अपने इर्द-गिर्द गाजियाबाद की विशेषताओं की खुशबू को फैलाए रखा। पिता शिक्षक होने के कारण अजय बंसल को शैशव से ही घर पर एक धार्मिक तथा संस्कारी वातावरण प्राप्त हुआ जिसका लाभ उन्हें अपने कर्म जीवन में भी मिला। “सकल पदारथ है जग माही कर्म हीन नर पावत नाही”… शायद यही अजय बंसल के कर्म जीवन का मूल मंत्र है जिसकी बदौलत उन्होंने कभी बदलती अथवा विषम परिस्थितियों के आगे घुटने नहीं टेके और चुनौतियों का सामना डटकर किया, फिर चाहे वह चुनौतियां व्यक्तिगत हो, व्यापारिक हो अथवा सामाजिक । सैनिटरी वेयर के व्यापार में प्रवेश करने से पहले अजय बंसल गाजियाबाद नगर निगम के क्लास वन ठेकेदार के रूप में जाने जाते थे । परंतु कई वर्षों तक काम करने के उपरांत भी जब उन्होंने यह देखा कि वहां काम की गुणवत्ता की बजाए अधिकारियों की चाटुकारिता को ज्यादा श्रेय दिया जाता था, उन्होंने नगर निगम की ठेकेदारी को हमेशा हमेशा के लिए अलविदा कह दिया । वर्तमान में सैनिटरी वेयर के थोक व्यापार के साथ वह श्रीजी सैनिटरी स्टोर के नाम से एक रिटेल शोरूम का भी संचालन करते हैं । जनपद के एक सफल व्यापारी होने के साथ-साथ श्री बंसल रमते राम व्यापार मंडल में पहले प्रधान थे और वर्तमान में महामंत्री के पद को सुशोभित कर रहे हैं। इसके अलावा ठाकुरद्वारा बालिका विद्यालय के सदस्य होने के साथ-साथ मीना मल धर्मशाला का नेतृत्व भी उनके कुशल हाथों में है ।