छत्तीसगढ़: नंदनवन का बदलेगा स्वरूप, तैयारी पूरी

रायपुर। नंदनवन को वन विभाग ने अब नए सिरे से बसाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए नंदनवन प्रबंधन कार्ययोजना तैयार करके वन विभाग को पत्र लिख चुका है। इसके बाद जल्द ही यहां पक्षियों के कई बाड़े तैयार किए जाएंगे। कुल मिलाकर देखा जाए तो नंदनवन में अब कई देसी और विदेशी पक्षियों के चहक सुनाई देगी। फिलहाल अभी देसी समेत विदेशी पक्षी हैं, लेकिन अब यहां खाली पड़े बाड़ों को पक्षियों के लिए तैयार किया जाएगा। दूसरी ओर नंदनवन में कुछ साल पहले शेर, टाइगर, भालू, मगरमच्छ, अजगर सांप आदि जानवरों का बसेरा रहता था। फिलहाल नवा रायपुर में एशिया के सबसे बड़े मानव निर्मित जंगल सफारी में सभी जानवरों को अटैच कर दिया है। बता दें कि अभी आस्ट्रेलियन, साइब्रेरियन, ईएमयू, एशिया महाद्वीप में पाए जाने वाले पक्षी हंै। इसके अलावा मोर, तोता आदि देसी पक्षी हंै। अब इनकी संख्या कुनबा को बढ़ाया जाएगा, ताकि सैलानियों और पक्षी प्रेमियों में बढ़ोतरी हो सकें।नंदनवन लगभग 22 एकड़ में फैला है। इसको ईको पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां गार्डन, बच्चों के झूले समेत हरियाली बढ़ाने के लिए पौधारोपण किया जाएगा। यहां पूरे परिसर को पक्षियों के बसेरे के रूप में विकसित किया जाएगा, ताकि यहां पक्षियों के कुनबे को बढ़ाया जा सके।