मुहूर्त हैं खूब: करिए शादी

डेस्क। बसंत पंचमी के साथ ही विवाह आयोजन आरंभ हो गए हैं। इस समय शादियां ज़रूर चल रही हैं लेकिन जहां तक शुभ मुहूर्त की बात है अभी इसके लिए थोड़ा रुकना होगा। ज्योतिष गणना के अनुसार इस महीने गुरु एवं शुक्र अस्त हो चुके हैं इसलिए अगले 53 दिनों तक विवाह के शुभ मुहूर्त नहीं हैं। 17 अप्रैल को शुक्र तारा उदय होगा और उसके 5 दिन बाद से मुहूर्तों की लंबी श्रृंखला आरंभ होने जा रही है। इसके बाद 22 अप्रैल से 15 जुलाई 2021 तक विवाह के लिए कुल 55 शुभ मुहूर्त होंगे। जुलाई के बाद तीन महीने यानी अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में कोई मुहूर्त नहीं हैं। लेकिन इसके बाद सीधे नवंबर और दिसंबर में भी एक दर्जन मुहूर्त हैं। इस प्रकार कुल 67 शुभ मुहूर्त इस साल के अंत तक हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए ज्योतिष पंडित संजय पांडे ने बताया कि विवाह के लिए गुरु एवं शुक्र दोनों की तारों की दशा को महत्वपूर्ण माना गया है। यदि इनमें से एक भी अस्त हो जाता है तो उस समय मांगलिक कार्य निषेध हो जाते हैं। इनके उदय होने पर ही शुभ कार्य किए जाते हैं। चूंकि इस माह गुरु अस्त हो चुका है और उसके बाद अब शुक्र भी अस्त हो गया है, ऐसे में इनके उदय होने तक विवाह के शुभ मुहूर्त नहीं हैं। बीती 19 जनवरी को गुरु तारा अस्त हो गया था लेकिन इस बीच शुक्र अस्त हो गया है। शादी-ब्याह के लिए दोनेां का उदय होना आवश्यक है। लेकिन इस बीच जो भी शादी या अन्य मांगलिक कार्य चल रहे हैं, वे पाती के लग्न देखकर उसके अनुसार पता चलने वाले शुभ दिवस के अनुसार ही हो रहे हैं। इसी प्रकार विवाह आयोजन कराए जा सकते हैं। जब शुक्र तारा आगामी 17 अप्रैल को उदय होगा तब इस वर्ष का दूसरा संपूर्ण शुद्ध विवाह मुहूर्त आगामी 22 अप्रैल को बनेगा। जहां तक पंचांगों की बात है, कुछ पंचांगों में 25 पअ्रैल से विवाह के लिए मुहूर्त का भी उल्लेख है।