धर्म के नाम पर अधर्म की राह चलते ये भगवाधारी

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योगेश श्रीवास्तव
लखनऊ। धर्म के नाम पर अधर्म की राह पर चलने वालों की अध्यात्म की दुनियां में पहले ही कोई कमी नहीं थी। बड़ी लम्बी फेहरिस्त थी और इस फेहरिस्त में आशाराम बापू से नित्यानंद और निर्मल बाबा सरीखें लोगों के नाम शामिल थे। और अब इस सूची में सुखङ्क्षवदर कौर उर्फ राधे मां तथा सचिन दत्त उर्फ सच्चिदानंद गिरी के नाम भी शामिल है। वैभव और विलासिता का जीवन जीने वालें लोगों को देश और समाज में पद प्रतिष्ठïा चाहिए होती है तो वे राजनीति या फिर अध्यात्म की ओर रूख करते है। राजनीति की तरह अब अध्यात्म की दुनियां भी पहले जैसीं नहीं रही। यहां बाबाओं पर सैक्स रैकेट चलाने जैसे गंभीर आरोप लगे जिसके चलते वे आज भी जेलों में है। जबकि कई को तो अपराधिक मामलों में सजा भी हो चुकी हे। हाल ही सुखविंद कौर उर्फ राधे मां को जो सच सामने आया उसे देखकर तो लोगों की आंखे फटी की फटी रह गई। उनका आचरण व्यवहार और निजी जीवन किसी बार बाला से कम नहीं है। उनकी लोगों से फोन पर जो बाते हुई उसके वायरल होने के बाद से लोगों को लगने लगा है अभी तक इस तरह के कृत्यों के लिए फिल्म और जरायम की दुनिया जानी जाती थी लेकिन अब इससे अध्यात्म की दुनियां भी अछूती नहीं रही। हाल ही सचिन दत्त जो पेशे से बिल्डर, डिस्कों थेक संचालक और बियर बार चलाने वाले को महामंडलेश्वर बना दिया गया जब उसके व्यवसाय और महामंडलेश्वर बनने क खबरे मीडिया में आई तो संत समाज में इसकों लेकर खासा विरोध हुआ और न सिर्फ उसका महामंडलेश्वर का पद वापस ले लिया गया बल्कि उसके कुंभ में प्रवेश पर रोक भी लगा दी गई। सचिन दत्त उर्फ सच्चिदानंद और सुखविंदर कौर उर्फ राधे मां से पहले आशाराम बापू द्वारा लड़की से बलात्कार किए जाने और मामले में गवाहों की हत्या कराए जाने को लेकर सुर्खियां बनी उसने भी संत समाज को शर्मसार किया। उनके इस काम में उनका पुत्र नारायण स्वामी की भी कारगुजारियां ऐसी रही कि उन्होंने गिरफ्तारी से पहले पुलिस को खूब छकाया। गिरफ्तारी के बाद उनसे जुड़े लोगों से करोड़ो रूपए की नगदी बरामद हुई। आशाराम बापू को जेल में बंद हुए एक साल से ज्यादा का समय बीत चुका है इतना ही समय लगभग उनके पुत्र नारायण स्वामी को भी हो रहा है। चंद्रा स्वामी जिन्हे लोग उनके मूल नाम नेमि चन्द्र जैन के नाम से कम जानते है उनके खिलाफ 1996 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के षडयंत्र के आरोप में केस दर्ज किया गया था। प्रवर्तन निदेशालय ने फेरा एक्ट के तहत उनके खिलाफ नौ केस दर्ज कराएं थे। चंद्रा स्वामी का पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव के कराीबियों में शुमार था। आशाराम बापू की ही तरह निर्मलजीत सिंह नरूला उर्फ निर्मल बाबा की कहानी है। उन पर यौन उत्पीडऩ का तो कोई आरोप नहीं है। उन पर इलाज के नाम परे लोगों से गलत तरीके से पैसा ऐंठने का आरोप है। उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश में कई मामले दर्ज है। निर्मल बाबा बीमारी पूरी तरह से ठीक होने का आश्वासन देकर अपने खाते में मोटी रकम जमा कराते है। बात पंजाब के बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह की। उन पर डेरा संप्रदाय की महिलाओं के उत्पीडऩ का आरोप है। उनके खिलाफ बलात्कार और जान से मारने के मामले दर्ज है। हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय के मैनेजर रंजीत सिंह और पत्रकार रामचंदर छत्रपति ही हत्या के मामलें उनके खिलाफ सीबीआई जांच भी चल रही है। दक्षिण के एक संत स्वामी नित्यांनद दक्षिण भारतीय एक एक्टे्रस के साथ सेक्स संबंध बनाते हुए एक निजी चैनल ने वीडियों रिलीज किया। इस कथित संत के भारत के कई राज्यों में अनुयायी है। बनारस में भी इसका ध्यान केन्द्र है। एक पूर्व प्रधानमंत्री समेत कई राजनेताओं का आध्यात्मिक सलाकार रह चुका स्वामी सदाचारी वेश्यालय चलाने के आरोप में जेल जा चुका है। जल्दी अमीर बनने की चाहते में वह वेश्यावृत्ति के धंधा में कूदा था। जम्मू कश्मीर के धर्म की आड़ में कई लड़कियों से बलात्कार और यौन उत्पीडऩ के आरोप में कथित सूफी संत दरवेश गुलजार अहमद भट्ट को गिरफ्तार किया गया था। उसके अनुयायिओं में कई राजनीतिक हस्तियां शामिल थी। सत्य सांई बाबा से मिलती जुलती शक्ल वाले बाबा परमानंद उर्फ रिची बाबा को बलात्कार और हत्या के मामलें में 1994 में उम्रकैद की सजा सुनाई जा चुकी हे। दो उम्र कैद की सजा पाए इस बाबा की 2011 में मौत हो गई थी। हरिद्वार स्थित पतंजलि योग पीठ चलाने वाले रामदेव भी गाहे बगाहे आरोपों के घेरे में रहते हैं। उनके खिलाफ भी कई मामले चल रहे हैं चाहे वह फार्मेसी से सम्बंधित विवार हो या फिर विदेश में टापू खरीदने का मामला।
बंगलुरू में स्वामी श्रद्वानंद ने सम्पत्ति हड़पने के लिए अपनी पत्नी को घर में जिंदा जला दिया था। 2008 में सुप्रीमकोर्ट के उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। टेक्सास में बरसाना धाम की स्थापना करने वाले प्रकाशानंद सरस्वती ने 1993- 96 में बीच एक बच्चे से बीस बार सेक्स संबंध बनाए थे। 2008 मेंउसे अमेरिका के एयरपोर्ट से उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह यूरोप से इलाज कराकर लौट रहा था। कोर्ट से उसे बीस साल की सजा सुनाई गई थी। चित्रकूट वाले बाबा के नाम से पहचाने जानेवाला स्वामी भीमानंद शिवमूर्ति द्विवेदी उर्फ स्वामी भीमानंद को सैक्स रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह खुद को इच्छाधारी संत कहता था। इन तमाम कथित साधुसंतों की कारगुजारियां देखने सुनने के बाद यह मत समझिएं की यह सिलसिला यही थम जाएगा। अब तो साधु न सिर्फ लैक्जेरियस गाडिय़ों से चलते है बल्कि विदेशी हथियारों का शौक भी रखते है जिसका इस्तेमाल वह कभी अपने पर भी करने से नहीं चूक ते।