खून कांड: सरगना व अन्य साथियों की तलाश

blood
विशेष संवाददाता
लखनऊ। चौक के कंचन मार्केट स्थित कोहली ब्लड बैंक में नाबालिग बच्चों का बहला-फुसलाकर उन्हें चंद रूपयों की लालच देकर उनके खून निकालने की सूचना पर संबधित विभाग और पुलिस ने छापेमारी कर मौके से पैथलॉजी के प्रबंधक वीके भटनागर, लैब टेक्नीशियन संतराम यादव व विजय गुप्ता को गिर तार कर इस काले धंधे का राजफाश किया था। जबकि मौके पर कोहली पैथालॉजी का मालिक नहीं मिल सका था। इंस्पेक्टर चौक आईपी सिंह का कहना है कि इसमें शामिल वीके कोहली के अलावा फरार अन्य खून के सौदागरों की तालश में पुलिस टीम शहर के कुछ प्रतिष्ठित होटलों सहित उनके अन्य संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। इंस्पेक्टर आईपी सिंह ने बताया कि जिन बच्चों के शरीर से खून निकाला गया था उन्हें शुक्रवार को मडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है। बताया गया कि इस कारोबार में वीके ही नहीं उसकी पत्नी डॉ. चित्रा कोहली भी शामिल है। वहीं पुलिस भले ही राजधानी के अलावा आसपास के जिलों में दबिश देने का दावा कर रही हो, लेकिन 24 घंटे बाद भी मु य आरोपी वीके कोहली हाथ नहीं लग सका है। पुलिस की टीमें लखनऊ समेत अन्य जिलों में डेरा डाले हुए है।
सूत्रों की माने तो चौक पुलिस को खबर मिली कि कोहली ब्लड बैंक का मालिक डॉ. वीके कोहली राजधानी के एक प्रतिष्ठित होटल में पत्नी समेत छिपा हुआ है। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई और होटलों में छानबीन शुरू की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। सूत्र बताते है कि उसे पुलिस को आने की भनक लग गई और उसने ठिकाना बदल दिया है। फिलहाल पुलिस इस काले धंधे में शामिल सरगना समेत अन्य के बारे में सरगर्मी से छानबीन कर उनकी
तलाश कर रही है।