इंजेक्शन से रूकेगी प्रेग्नेंसी, मंत्रालय ने दी हरी झंडी

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नई दिल्ली। केंद्र सरकार जल्द ही प्रेगनेंसी से बचाने वाली गर्भ निरोधक इंजेक्शन ला सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत महिलाओं के लिए इंजेक्शन से दिया जाने वाला गर्भ निरोधक लाने को लगभग हरी झंडी दे दी है। देश में दवा क्षेत्र की प्रमुख सलाहकार समिति ने डियॉक्सी मेड्रोक्सी प्रोजेस्ट्रोन एसिटेट (डीएमपीए) के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी। इसके साथ ही उसने केंद्र सरकार को इसे अपने परिवार नियोजन कार्यक्रम में शामिल करने की सिफारिश भी की है। इस गर्भनिरोधक इंजेक्शन को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय में सकारात्मक माहौल है, लेकिन अभी भी आखिरी फैसले का इंतजार किया जा रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार हमने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है, लेकिन इसे राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम में शामिल किए जाने की लागत पर काम किया जा रहा है। डियॉक्सी मेड्रोक्सी प्रोजेस्ट्रोन एसिटेट (डीएमपीए) इंजेक्शन के जरिये दी जाने वाली वह दवा है जो तीन माह तक प्रेगनेंट होने से रोकती है। इसे हाथ या नितंब पर दिया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय पिछले दस साल से महिलाओं के लिए गर्भ निरोधकों के साधनों में विस्तार पर विचार कर रहा है, लेकिन महिला अधिकारों के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं सहित कई संगठनों के विरोध के कारण इस इंजेक्शन को इनमें शामिल करने के अंतिम फैसला लेने में नाकामयाब रहा है। इसके विरोध के पीछे महिला अधिकार संगठनों का तर्क है कि लंबी अवधि तक उपयोग के कारण महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता, शरीर में विभिन्न खनिज-लवणों की कमी के साथ अन्य गंभीर शिकायतें सामने आतीं हैं। इसके अलावा इनके लंबे समय तक इस्तेमाल करने की वजह से स्तन व गर्भाशय कैंसर के खतरे में भी वृद्धि के बारे में चिंता जताई जाती रही है।