पीएम मोदी को वाकपटुता ने बनाया हिट

modi chenni

नई दिल्ली। पीएम नरेन्द्र मोदी आजकल मीडिया सहित पूरी दुनिया में छाये हैं। जन्मदिन पर उनको सोशल साइट ट्विटर ने भी अपने अंदाज में बधाई दी। उनकी लोकप्रियता किस कदर है यह बताने की जरूरत भी नहीं है। आखिर मोदी हर जगह हिट क्यों हैं यह भी सवाल लोगों में हैं। हिट हैं यह तो हर जगह दिख रहा है मगर क्यों हैं इसका वर्णन कम जगह पर है। मोदी की चर्चा देश ही नहीं विदेशों में है। मोदी बं्राड ग्लोबल हो चुका है। मोदी के हिट होने में सबसे बड़ा योगदान अगर किसी का है तो वह है आरएसएस यानि राष्टï्रीय स्वयं सेवक संघ। आरएसएस ने मोदी को वह चीज ज्ञान के रूप में दी जिससे आज पूरी दुनिया उनकी प्रशंसक है और लोग वाह-वाह कर रहे हैं। संघ ने आखिर मोदी को क्या दिया यह भी प्रश्न है। तो बता दें कि संघ ने मोदी को आरएसएस में ट्रेनिंग के दौरान प्रचारक की भी जिम्मेदारी दी। संघ में प्रचारक को महतवपूर्ण तो माना जाता ही है साथ ही यह भी माना जाता है कि यह संगठन का वह थिंक टैंक जो कि हर जगह घूमकर अपना ज्ञान देता है। मोदी ने भी वही किया। संघ में प्रशिक्षण के दौरान प्रचारक को वाकपटु भी बनाया जाता है। जोकि प्रचारक के लिए सबसे अहम होता है। वाकपटुता के बल पर ही आज मोदी ग्लोबल हो गये हैं। उनके ग्लोबल होने और देश के पीएम बनने तक के पीछे वाकपटुता ही है। मालूम होकि आज भी संघ द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में पढ़ाने वाले अध्यापक सप्ताह में छात्रों के घर जाकर सम्पर्क करते हैं। सम्पर्क अभियान प्रचारक का ही एक दूसरा रूप है। रही मोदी की बात तो संघ में अपने प्रशिक्षण के दौरान आठ साल की उम्र में उनकी मुलाकात लक्ष्मणराव इनामदार जिनको लोग वकील साब भी कहते थे हुई थी। उन्होंने मोदी को संघ की शाखा में भेजा और काफी कुछ सिखाया। बाद में वह वडनगर छोड़कर अहमदाबाद आये और फिर तमाम लोगों के सम्पर्क के आने बाद नये मोदी का जन्म हुआ। वाकपटुता मोदी के बचपन में भी थी इसकी कारण जब वह अपने पिता की कैंटीन की चाय वडनगर स्टेशन पर बेचते थे तो यात्रियों को चाय बेचने में भी वाकपटुता का भी इस्तेमाल करते थे। और उनकी चाय जल्द बिक जाया करती थी। बहरहाल मोदी की इस लोकप्रियता से आज हर कोई परिचित है मगर पीछे की कहानी कम लोग जानते हैं।