शहीदों की याद में बनेगा 500 करोड़ से स्मारक

cabinateनयी दिल्ली। इंडिया गेट परिसर में युद्ध स्मारक बनाने का 50 साल पुराना वादा अब पूरा होगा। इंडिया गेट के रेडियल रोड पर स्थित प्रिंसेस पार्क में युद्ध स्मारक एवं संग्रहालय बनाया जायेगा। यह दो तरफ से भूमिगत पार पथ से जुड़ेगा। यहां अभी जो स्मारक (इंडिया गेट) है उसे ब्रिटिशर्स ने बनाया था। अब इसी अहाते में बनकर तैयार होगा आजादी के बाद के रणबांकुरों की याद में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक एवं संग्रहालय। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस योजना को मंजूरी दी गयी। केंद्र सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह स्मारक लोगों के मन में देशभक्ति की भावना को बढ़ाएगा और देशवासियों को मातृभमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले अपने बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर देगा।Óइस तरह की परियोजना पर पूर्व की यूपीए सरकार के दौरान चर्चा की गयी थी। तब यह कहा गया था कि वर्ष 1914 में ब्रिटिशर्स की ओर से बनाये गये इस इलाके का ढांचा बिगड़ जायेगा। दिल्ली शहरी कला आयोग ने कहा था कि यह इलाका हेरिटेज क्षेत्र में आता है। सेना ने मांग की थी कि एक छोटा युद्ध स्मारक बना दिया जाये। अब इसे मंजूरी मिल गयी है। आजादी के बाद देश पर कुर्बान 22,500 से अधिक सैनिकों की याद में बनने वाले इस स्मारक पर लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत आयेगी। इस महत्वकांक्षी परियोजना को पांच साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। जहां यह स्मारक बनना है वह कॉपरनिकस मार्ग और तिलक मार्ग से जुड़ता है। इसी परियोजना के हिस्से के तौर पर यहां दोनों मार्गों से इंडिया गेट परिसर तक सब-वे बनाया जायेगा ताकि पैदल चलने वालों को अभी हो रही असुविधा से बचाया जा सके।