लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि सत्ता में रहते हुए बसपा अध्यक्ष ने कभी दलितों को अपने आवास के पास भी नहीं फटकने दिया। उनके मुख्यमंत्रित्व काल में दलित किशोरियों के साथ बलात्कार अपहरण और हत्याओं की तमाम घटनाएं घटी। उन्होंने किसी दलित दुखियारे के आंसू पोंछने की कभी जहमत नहीं उठाई। अब जब वे दलितों से भी तिरस्कृत होकर सत्ता से बेदखल हो गई हैं उनके लिए घडिय़ाली आंसू बहाकर उनकी झूठी हमदर्द बन रहीं है।
श्री चौधरी ने कहा कि यह बात तो सभी जानते है कि दलित आंदोलन का सबसे ज्यादा नुकसान स्वयं बसपा प्रमुख ने किया ंहै। बसपा राज में डा. अम्बेडकर की शिक्षाओं को पूरी तरह उपेक्षित कर दिया गया।। बाबा साहेब ने डा. राम मनोहर लोहिया से मिलकर चुनाव लडऩे की राजनीति बनाई थी। समाजवादी आंदोलन से दलित आंदोलन का स्वाभाविक संबंध है। सुश्री मायावती ने इस गठजोड़ को तोडऩे और बाबा साहेब के आंदोलन को कमजोर करने का काम किया है। समाजवादी पार्टी ने अपने जन्मकाल से समाज के वंचित समुदायों, गरीबों, किसानों, पिछड़ों और अल्पसंख्यको के हितों के लिए संघर्ष किया है। मुलायम सिंह यादव ने अपने ही मुख्यमंत्रित्वकाल में राजधानी में विधान सभा के मुख्य मार्ग को डा. अम्बेडकर मार्ग का नाम दिया था। दस हजार अम्बेडकर ग्राम योजना की शुरूआत भी मुलायम सिंह यादव ने ही की थी।

