इंदौर में 24 से होगा धर्म और आध्यात्म का मिलन

indoreइंदौर। धार्मिक नगरी उज्जैन में अगले वर्ष होने वाले महाकुंभ से पहले इंदौर में तीन दिवसीय धर्म और आध्यात्मिक महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। इस महाकुंभ के परिसंवाद में 50 देशों के धर्म, आध्यात्मिक और शिक्षाविद हिस्सा लेंगे। मिली जानकारी के अनुसार इंदौर में 24 से 26 अक्टूबर के बीच हो रहे धर्मो के महाकुंभ में विश्व के सभी प्रमुख धर्मो के धर्मगुरु मौजूदा परिवेश और परिस्थितियों में धर्म की उपयोगिता और उपादेयता पर संवाद करेंगे। सिंहस्थ 2016 की श्रृखंला में हो रहे इस अंतर्राष्ट्रीय परिसंवाद में कांची कामकोटि के शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वती, आर्ट आफ लिविंग के श्री श्री रविशंकर और जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि जैसी हस्तियां सम्मिलित हो रही हैं। यह परिसंवाद धर्म और व्यावहारिक ज्ञान का सम्मिश्रण होगा जहां पर धर्माचार्य और शिक्षा जगत की जानी-मानी विभूतियां विश्व शांति, पर्यावरण, प्रति, सामाजिक न्याय, ज्ञान एवं आध्यात्म, सामाजिक सेवा, तथा मानव गौरव जैसे बिंदु पर शास्त्रार्थ और उपयोगिता पर चिंतन-मननकरेंगे। बताया गया है कि विश्व के 50 देशों के धार्मिक, आध्यात्मिक और शिक्षाविद इस परिसंवाद में शामिल होने जा रहे हैं। तकरीबन 75 विदेशी वक्ता परिसंवाद को संबोधित करेंगे। वक्ता के रूप में भूटान के विदेश मंत्री, श्रीलंका के मंत्री, तिब्बत के प्रधान प्रशासक, इजरायल से रब्बी के प्रतिनिधि सम्मिलित होंगे। परिसंवाद के दौरान 24 अक्टूबर को 10 रसों पर आधारित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं 25 अक्टूबर को सभी धर्मो के मूल्यों पर आधारित एक मल्टीमीडिया नाट्य प्रस्तुति भी होगी। इस परिसंवाद के लिए डेविड फ्रले, डा. एके मर्चेट, सैयद मोहम्मद अशरफ , आल इंडिया उलेमा एवं मशाइख बोर्ड के डा. थिक टम डक, सुल्तान शाहीन, प्रो़ शन हिनो (चीन) जोसफ माथरेमा एवं प्रो़ वामसी जुलूरी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।