सैन्यकर्मियों को सुविधा: वारंट पर किसी भी स्टेशन से बनवायें टिकट

rail counter armyनई दिल्ली। भारतीय रेलवे की रक्षा यात्रा प्रणाली पर रक्षा कर्मियों द्वारा बुक कराई गई आई-टिकट को लेने के लिए, भारतीय रेलवे ने अब अपने किसी भी कंप्यूटरीकृत यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) काउंटर से बुक की गई आई-टिकटों को लेना आसान बना दिया है। पहले, रक्षा कर्मी आई-टिकटें सिर्फ यात्रा प्रारंभ होने वाले स्टेशन से ही प्राप्त कर सकते थे। अब इसे ज्यादा सुविधाजनक बना दिया गया है और ये देश में किसी भी पीआरएस काउंटर से लिए जा सकते हैं। हालांकि आई-टिकट का प्रिंट सिर्फ एक ही बार लिया जा सकता है। यह उदारीकृत सुविधा रक्षा कर्मियों की मदद की दिशा में बड़ा कदम सिद्ध होगा।
रक्षा वारंट प्रणाली के तहत भारतीय रेलवे ने 2009 में आईआरसीटीसी के ई-टिकटिंग पर रक्षा यात्रा प्रणाली शुरू की थी। अब ई-टिकट पर यात्रा के लिए निर्धारित पहचान के दस साक्ष्यों में से किसी एक को दिखाने पर रक्षा कर्मी किसी भी पीआरएस काउंटर से आई-टिकट प्राप्त कर सकते हैं। रक्षा कर्मियों की ओर से किसी अन्य व्यक्ति को टिकट लेने के लिए भेजने पर, उसे पहचान के दस निर्धारित साक्ष्यों में से किसी एक साक्ष्य की मूल प्रति के साथ टिकटधारक रक्षा कर्मी की पहचान की प्रतिलिपि भी भेजनी होगी। रेलवे ने रेलवे काउंटर से आई-टिकट लेते समय रक्षा कर्मी द्वारा भरी जाने वाली रसीद का प्रारूप भी जारी किया है। जिसमें रक्षा यात्रा प्रणाली पर पीएनआर नंबर और ट्रांसेक्शन आईडी जैसे संबंधित अन्य तथ्यों के विवरण का उल्लेख करना होगा। रेलवे ने रक्षा कर्मियों के लिए आई-टिकट की बुकिंग में आने वाली अन्य समस्याओं को भी कम करने की दिशा में कदम उठाए हैं। जैसेकि पूरी तरह से प्रतीक्षारत ई-टिकटों का स्वत: रद्द होना, आरक्षण बुकिंग के पहले तीस मिनट के दौरान रक्षा यात्रा प्रणाली पर टिकटों की बुकिंग की अनुमति देना।