बिहार में विपक्ष को मोदी ने दिये तीन नाम: दंभ, दमन और दगा

modi-gaya-rally_पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज छपरा के मढ़ौरा में पहली रैली को संबोधित किया।  उन्होंने कहा कि लेह-लद्दाख से दिवाली मनाने की शुरुआत हुई है। बिहार इस बार दो दिवाली मनाएगा। 25 सालों के जुल्म का अंत होगा। बड़े भाई-छोटे भाई की इस बार विदाई होगी।मोदी ने कह कि आपको विश्वास दिलाता हूं कि यहां धूप में आप जो तपस्या कर रहे हैं उसे ब्याज सहित लौटाउंगा। ये चुनाव दो हिस्सों में बंटा है। एक ओर विकास है दूसरी ओर जंगल राज का डर है। 2015 के चुनाव में लालू-नीतीश की ऐसी मानसिकता हो गई है कि उन्हें शर्म नहीं आती। बिहार के लोगों को तय करना है कि जंगलराज जाना चाहिए या नहीं। पीएम ने कहा कि अगर हमे बिहार को बचाना है, बिहार को बदलना है अगर बिहार को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है तो एक ही रास्ता है, उसका नाम है विकास। नीतीश पर प्रहार करते हुए मोदी ने कहा कि बिहार की थाली से दाल कौन छीन रहा है। नीतीश बाबू बताइए, जमाखोरों को आपने क्यों शरण दी है। इनकी जमाखोरी पर क्यों नहीं छापेमारी की जा रही है। 75 हजार किलो टन दाल जब्त की गई, एक अकेला बिहार है जहां जमाखोरों पर कार्रवाई नहीं हुई। नीतीश बाबू, ये गरीब के पेट का दर्द आपको चैन से नहीं जीने देगी। दिल्ली में दाल के दाम कम हो गए सरकारी प्रयास से, अन्य राज्यों में भी ऐसा है। इनकी नजर पहले चारे पर थी अब दाल पर टिकी हुई है। देश में ऐसी राजनीति नहीं करता है कोई। चुनाव जीतने के लिए दवाइयों को रोक कर लोगों को मरने देंगे। लोग अब समझदार हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, इस चुनाव में ऐसी सरकार देना चाहते हैं, जिससे यहां से नौजवानों का पलायन बंद हो जाए। यहीं उन्हें रोजगार मिले, अपने मां-बाप और दोस्तों के साथ रह सके। हमारी सरकार का ये इरादा है। विकास के लिए आपके बीच वोट मांगने आया हूं। राज्य के लिए हमारा तीन सूत्री कार्यक्रम है…बिजली, पानी और सड़क। बिहार के परिवारों के लिए भी मेरा तीन सूत्री कार्यक्रम है – पढ़ाई, कमाई और दवाई। अगर 25 साल में कुछ न करते, इतना ही कर देते तो भी बिहार का भाग्य बदल जाता। मोदी ने कहा कि ये महास्वार्थ बंधन के तीन पहचान है। तीन पार्टनर है, कांग्रेस पार्टी, जेडीयू, आरजेडी। इनकी पहचान है दंभ, दमन और दगा।