लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने निर्देश दिये हैं कि संजय गांधी पोस्ट गे्रजुएट इन्स्टीट्यूट में डायलिसिस टेक्नोलॉजी, लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी, रेडियोथैरेपी टेक्नोलॉजी, हीमोटोलॉजी, फिजियोथैरेपी विषय में बी0एस0सी0, एम0एस0सी0 एवं पी0एच0डी0 पैरामेडिकल कोर्सेज का संचालन यथाशीघ्र प्रारम्भ कराया जाये ताकि सुपर स्पेशियालिटी अस्पतालों में टेक्निकल मैनपावर की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि संस्थान में आने वाले मरीजों को मरीजों को और बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु आउटसोर्सिंग के माध्यम से मैनपावर की भर्ती की कार्यवाही शीघ्र पूर्ण कराई जाये।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में एस0जी0पी0जी0आई0 की गवर्निंग बॉडी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पी0जी0आई में आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्यरत कर्मियों को हेपेटाइटिस-बी और सी से बचाव हेतु समय-समय पर जांच कराकर प्रभावित लोगों को टीके लगवाएं जायें।
श्री रंजन ने कहा कि पी0जी0आई0 में कार्यरत कर्मियों को एम्स के समान वेतन और भत्ते प्रदान करने हेतुु आवश्यक कार्यवाही नियमानुसार सुनिश्चित कराई जाये। उन्होंने कहा कि 01 जनवरी, 2006 से पूर्व संस्थान से सेवानिवृत्त कर्मियों को संशोधित पेंशन प्रदान करने हेतु आवश्यक कार्यवाही भी यथाशीघ्र पूर्ण कराई जाये।