नई दिल्ली (आरएनएस)। दुनिया भर में यह चलन जोरों पर है और अब भारत में भी इसकी झलक देखी जा सकती है। हफ्ते के बीच वाले दिनों में हवाई सफर करने वाले लोगों की संख्या सबसे कम होती है और जाहिर है इस दौरान किराया भी सबसे सस्ता पड़ता है।
ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी मेक माई ट्रिप के जुटाए आंकड़ों के मुताबिक मार्च से जुलाई के बीच जिन यात्रियों ने मंगलवार और बुधवार को उड़ान भरी, उन्हें अपने टिकटों के लिए सबसे कम जेब ढीली करनी पड़ी। यह ट्रेंड चुनिंदा रूटों पर महीने के हर दिन के औसत किराये पर आधारित है।
ट्रैवल इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि साल के ज्यादातर समय इन दिनों में फ्लाइट्स की डिमांड सबसे कम होती है और यही वजह है कि लोगों को कम किराया देना पड़ता है।
रिया ट्रैवल्स के कार्यकारी निदेशक मनोज सैमुअल कहते हैं, इसके दो पहलू हैं। एक वे जो छुट्टियों पर सप्ताहांत के दिनों में सफर करते हैं और दूसरे कामकाज के सिलसिले में यात्रा करने वाले लोग जो अमूमन हफ्ते के पहले दिन यात्रा शुरू करते हैं और शुक्रवार तक लौट जाते हैं। हफ्ते के बीच वाले दिनों में सस्ते किराये की यही प्रमुख दो वजहें हैं।
विमानन सेवा देने वाली एक कंपनी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि यह चलन दुनिया भर में है और भारत भी इस दिशा में बढ़ रहा है।
बिजनस क्लास सर्विस देने वाली एक विमानन कंपनी के इस आला अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया, कॉर्पोरेट बुकिंग के तौर तरीके में कोई बदलाव नहीं आया है लेकिन हमने देखा है कि ज्यादातर मीटिंग्स सोमवार या शुक्रवार को होती हैं। इससे पता चलता है कि भारतीय बाजार भी दुनिया के चलन को अपना रहे हैं। यह अच्छी बात है।
मेक माई ट्रिप ने यह भी कहा कि पिछले साल के बनिस्बत इस साल आखिरी मिनटों में फ्लाइट बुक कराने वालों की संख्या भी बढ़ी है।