बादाम गिरी के व्यापार से हो रही आतंकियों को फंडिंग 

terrorismनई दिल्ली (आरएनएस)। जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार अब बादाम गिरी के कारोबार के जरिये आतंकियों को फंडिंग की जा रही है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने यह दावा किया है। इस संबंध में एनआइए ने एक मामला भी दर्ज किया है। मालूम हो, इससे पहले कपड़ों और दुपट्टों के कारोबार के जरिये सूबे में आतंकियों को फंड मुहैया कराया जाता था। जांच एजेंसी ने उत्तरी कश्मीर के बारामूला में सलमाबाद और जम्मू क्षेत्र के पुंछ जिले में चाकन-दा-बाग स्थित व्यापार सुविधा केंद्रों के कारोबारियों के यहां छापे भी मारे हैं। छापे के दौरान एनआइए ने बादाम गिरी के लेनदेन से संबंधित कागजात जब्त किए गए हैं। उनकी जांच हो रही है। भारत-पाकिस्तान के बीच हुए क्रास-एलओसी समझौते के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के दोनों ओर तैयार किए गए उत्पादों का वस्तु विनिमय प्रणाली के तहत लेन-देन किया जाएगा। इन उत्पादों में गुलाम कश्मीर के हिस्से में पैदा होने वाली ‘बादाम गिरीÓ भी शामिल है। एनआइए के अनुसार, गुलाम कश्मीर के व्यापारी बादाम गिरी भेज और मंगा रहे हैं। इससे मिले धन का इस्तेमाल आतंकियों के लिए फंडिंग में इस्तेमाल किया गया है।