स्वीडन जाकर मुसीबत में फंसी ऋचा चड्ढा

अनिल बेदाग,
मुंबई। ऋचा चड्ढा के बारे में अब यह मान लिया गया है कि यह अभिनेत्री अपने किरदार के साथ खुद को ऐसे जोड़ लेती है, जैसे वो अभिनय की बजाय असल जिं़दगी को जी रही हो और यही एक सच्चे और अच्छे कलाकार की पहचान है जिसने ऋचा को एक खास पहचान दी है। किसी भी फिल्म को साइन करने से पहले ऋचा उस फिल्म की कहानी और अपने किरदार की बारीकियों को जानने और समझने की कोशिश करती हैं और जब उन्हें लगता है कि वह रोल चैलेंजिंग होगा, तो ऋचा उसे किरदार को निभाने के लिए तैयार हो जाती हैं। फिल्म ‘जिया और जिया’ में भी ऋचा का किरदार चुनौतीपूर्ण है जिसकी शूटिंग स्वीडन में हुई है। यह बिल्कुल ही अलग व्यक्तित्व वाली दो लड़कियों की कहानी है जो सडक़ के रास्ते यात्रा कर रही हैं और इन दोनों में जो समानता है-वह है उनका नाम। स्वीडन अपनी समृद्ध भोजन-संस्कृति के लिए जाना जाता है जिसमें मख्खन, दुग्ध-पदार्थ, अनेकों प्रकार के मांस तथा सीफूड शामिल होते हैं। शाकाहारी होने के कारण ऋचा जैविक भोज्य-पदार्थों से तौबा करती हैं और इस कारण मांस तथा दुग्ध-उत्पादों से कोसों दूर रहती हैं। यही कारण रहा कि ‘जिया और जिया’ की शूटिंग के दौरान उसे बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ा क्योंकि उनकी रूचि के अनुसार भोजन मिलना वहां दुर्लभ था। हालांकि ऋचा अपने घर का बना खाना साथ रखती हैं, पर विदेश में ऐसा संभव नहीं हो पाता। शुरू-शुरू में तो ऋचा को काफी दिक्कत हुई क्योंकि लोकेशन के आसपास शाकाहारी भोजन नहीं मिल पाता था, पर धीरे-धीरे क्रू मेंबर्स ने ऋचा के लिए वह जगह तलाश ही ली, जहां उन्हें शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलने लगा। ‘जिया और जिया’ ऐसी पहली फिल्म कही जा रही है जो लड़कियों के रोड-ट्रिप पर आधारित है। इस फिल्म में कल्कि जहां चिड़चिड़ी स्वभाव की लडक़ी की भूमिका में है वहीं ऋचा एक अंतर्मुखी स्वभाव वाली लडक़ी की भूमिका में है लेकिन दोनों का नाम एक ही है- जिया…।