कल्याा बोले: सकारात्मक सोच वाला लेखन ही साहित्य

जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने कहा कि सकारात्मक सोच बनाने वाला लेखन ही साहित्य होता है। जीवन की टेड़ी-मेड़ी राहों से सुगम मार्ग बनाने में साहित्य सहयोगी होता है।
राज्यपाल आज यहां राजभवन में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी की कृतियां ‘‘खयालों का सफर’’ और ‘‘जख्मों पर शबाब’’ के राजस्थानी में अनुदित काव्य संग्रहों का लोकार्पण किया।
सिंह ने कहा कि त्रिपाठी पचास वर्षों से उनके मित्र हैं। हमारे मत व मन में कभी भिन्नता नहीं आई। सदैव मधुर सम्बन्ध रहे। बहुमुखी प्रतिमा के धनी त्रिपाठी की कविताओं में जीवन की गहराइयां हैं। राज्यपाल ने कहा कि इन काव्य संग्रहों का अनुवाद सम्यक है। त्रिपाठी ने राजनीति, वकालात, कविता और मित्रता में मिसाल कायम की है।पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि कल्याण सिंह से उनके सम्बन्ध हाथ की लकीरों की तरह हैं। उन्होंने कहा कि यह कविताएं थल, नभ, जल में रचित हुई हैं। कविताएं अनायास ही बन जाती हैं। कविता का स्रोत कैसे व कहां से उत्पन्न होता है, उसका पता ही नही चलता है।