दिल्ली की बसों में जितनी सीट उतनी सवारी का फैसला

नई दिल्ली। दिल्ली की बसों में सवारियों की लिमिट को खत्म कर दिया गया है। अब जितनी सीटें हैं, उतने यात्री बस में सवार होकर सफर कर सकेंगे। दिल्ली सरकार ने इस संबंध में एलजी अनिल बैजल को एक प्रस्ताव भेजा था। एलजी बैजल ने शुक्रवार को इसे मंजूरी दे दी। हालांकि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और पिछले दो दिन से लगातार पांच हजार से अधिक केस दर्ज हुए हैं। ऐसे में यात्रियों को पूरी सतर्कता बरतनी होगी।कोरोना महामारी के कारण सार्वजनिक परिवहन की शुरुआत के साथ दिल्ली की बसों में 20 यात्रियों के चलने की अनुमति थी, जिसे अब खत्म कर दिया गया है। इसके साथ ही एलजी बैजल ने अंतरराज्यीय बस सेवा को शुरू करने की भी इजाजत दे दी है। माना जा रहा है कि यह सेवा अगले सप्ताह से शुरू हो जाएगी और इसके लिए जल्द ही एसओपी जारी किया जाएगा।दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के मुखिया भी दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ही हैं। 23 अक्टूबर को डीडीएमए की बैठक में डीटीसी और क्लस्टर बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ाने का मुद्दा उठा था। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बसों में सभी सीटों पर यात्रियों के बैठने की इजाजत के साथ संचालन की अनुमति मांगी थी। उन्होंने कहा था कि कोई भी यात्री बस में खड़ा नहीं रहेगा लेकिन प्रत्येक सीट पर सवारी बैठाकर बसों को चलाने की इजाजत दी जाए।