नई दिल्ली। हिंदू धर्म में शीतला अष्टमी का विशेष महत्व होता है। इस दिन माता शीतला की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, शीतला अष्टमी हर साल चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस साल शीतला अष्टमी 4 अप्रैल (रविवार) को है। शीतला अष्टमी के दिन पहले माता शीतला को भोग लगाने के लिए बासी भोजन का भोग यानी बसौड़ा तैयार किया जाता है। अष्टमी के दिन इसी भोजन को माता शीतला अर्पित किया जाता है और बाद में इसे प्रसाद के रूप में बांटा जाता है। स्कंद पुराण में माता शीतला की विस्तार से चर्चा की गई है। माता शीतला को संक्रामक रोगों से मुक्ति दिलाने वाली देवी माना गया है। मान्यता है कि माता शीतला की पूजा करने से रोग और बीमारियों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। शीतला अष्टमी के दिन कुछ खास उपायों से भी व्यक्ति के जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
शीतला अष्टमी आज : सुख-समृद्धि के साथ रोगों से मुक्ति
