ब्लैक में बिक रहा है इंजेक्शन रेमडेसिवरी

डेस्क। कोरोना संक्रमण के गंभीर मरीजों की जिंदगी बचाने के लिए लगाए जाने वाले इंजेक्शन रेमडेसिवरी की किल्लत के बीच कई राज्यों में इसकी कालाबाजारी हो रही है। मेडिकल प्रेक्टिशनर्स और इसे खरीदने वाले लोगों के मुताबिक 5,400 रुपए की कीमत वाले इंजेक्शन के लिए जरूरतमंदों को 30 से 40 हजार रुपए तक खर्च करना पड़ रहा है।अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों के इलाज के लिए रेमडेसिवीर का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, कई रिसर्च में यह कहा जा चुका है कि यह दवा वायरल बीमारी के इलाज में बहुत अधिक प्रभावी नहीं है। बेंगलुरु में हर्षा हॉस्पिटल एंड मेडिकल स्टोर के मैनेजिंग पार्टनर एस शिवकुमार ने कहा कि उन्हें यह दवा ना तो कंपनी से मिल पाई है और ना ही होलसेल डीलर्स से। शिवकुमार ने बताया, ”हम इंजेक्शन के लिए पिछले 10 दिनों से इंक्वायरी कर रहे हैं, वे (कंपनी और होलसेल डीलर्स) जवाब में सिर्फ नो स्टॉक कहते हैं।” शिवकुमार ने यह भी बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को भी लेटर लिखा है। ब्लैक मार्केटिंग में पुलिस जांच की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि शहर में 25 हजार रुपए में इंजेक्शन बिक रहा है।