नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के नए मामले 2.5 लाख को पार गया है। यह लगातार तीसरा दिन है जब देश में एक दिन में महामारी के दो लाख से अधिक मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही दिल्ली सहित 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ऑक्सीजन सिलेंडर, टीके की खुराक और रेमडेसिविर की मांग भी बढ़ गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कोविड-19 महामारी की स्थिति को ‘चिंतित करने वाला करार दिया। वहीं कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि अप्रैल के अंत तक यह आंकड़ा 5 लाख तक जा सकता है जोकि काफी भयावह होगा।
भारत में कोविड-19 रोगियों की संख्या 1.50 करोड़ और मृतकों की संख्या 1.75 लाख के करीब पहुंचने के नजदीक है। वहीं, राज्यों द्वारा हाल में बढ़े मामलों के रोकथाम और प्रबंधन के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बैठक की। कोविड-19 की स्थिति से निपटने के लिए जन स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई बैठक में मोदी ने महामारी को हराने के लिए राज्यों में सहयोग का आह्वान किया और साथ ही कहा कि दवा निर्माण की पूर्ण राष्ट्रीय क्षमता का इस्तेमाल किया जाए।
बैठक में प्रधानमंत्री ने जांच, संपर्क का पता लगाने और फिर उपचार की दिशा में आगे बढऩे पर जोर दिया और कहा कि इनका कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने राज्यों से बेहतर तालमेल सुनिश्चित करने और कोविड-19 के मरीजों के लिए अस्पतालों में बिस्तर की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए हरसंभव कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने लोगों की चिंताओं के प्रति स्थानीय प्रशासन को संवेदनशील और आगे बढक़र सक्रियता दिखाने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर दवाइयों की बढ़ती मांग के मद्देनजर देश के दवा निर्माता उद्योग की पूरी क्षमता का उपयोग करने की आवश्यकता जताई तथा साथ ही रेमडेसिविर और अन्य दवाइयों की आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा की।
कोरोना मीटर: 5 लाख रोज तक जा सकता है आंकड़ा
