लखनऊ। लॉकडाउन के भय से दिल्ली, मुंबई के बाद अब लखनऊ से लोगों का पलायन शुरू हो गया। बीती रात कैसरबाग बस अड्डे पर जुटी मजदूरों की भीड़ के आगे बसें कम पड़ गईं, जो बसें प्लेटफार्म पर खड़ी रहीं उनमें चालक परिचालक गायब रहे। इससे नाराज लोगों ने हंगामा किया। बस अड्डे के इंचार्ज आमिर ने बताया कि लखनऊ में दूर दराज के रहने वाले अब अपने घरों को जा रहे हैं। छोटी दूरी की ट्रेन नहीं चलने से लोग बस पकडऩे आ रहे हैं। इनमें अधिकांश लोग मजदूर वर्ग के है। ऐसे लोगों को रात में 18 साधारण बसों से भेजा गया।
दिहाड़ी मजदूर, ठेला लगाने वाले, ईंट भट्टे पर नौकरी करने वाले, टिक्की और बताशा बेचने वाले, कुल्फी और आइस्क्रीम का ठेला लगाने वाले अधिकांश लोग बसों से अपने-अपने घरों की अब रवाना हो रहे हैं।
बस अड्डे से मिली जानकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा बसें झांसी रूट के लिए भेजी गईं। इसके बाद सीतापुर, शाहजहांपुर और बरेली के लिए 18 बसें गईं। वहीं शनिवार रात को पहुंचे लोगों को रविवार सुबह बसें उपलब्ध कराई गई। जिसमें बहराइच, बलरामपुर, गोंडा, श्रावस्ती, देवीपाटन के सबसे ज्यादा यात्री रहे।
पलायन शुरू: राजधानी के कैसरबाग बस स्टेशन पर उमड़ी भीड़
