दिनेश शर्मा, गाजियाबाद। नगर आयुक्त द्वारा जहां गाजियाबाद नगर निगम की टीम के साथ शहर वासियों का कोरोना संक्रमण बचाव के लिए हर प्रयास किया जा रहा है,इसी क्रम में नगर आयुक्त द्वारा रात्रि कालीन सफाई व्यवस्था देख रहे कर्मचारियों का उनके पास जाकर उनका व उनके परिवार वालों का हाल चाल जाना। स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा रात्रि में सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से चलाई जा रही है। नगर आयुक्त द्वारा कोविड-19 काल में कार्य करने में किसी भी प्रकार की परेशानी के बारे में पूछा तथा उनके उत्साह को बढ़ाया लेकिन शहर में अतिक्रमण का जाल बिछा होने के कारण सफाई कर्मचारियों को सफाई करने में बहुत ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। नगर आयुक्त नगर निगम,अधिकारियों,कर्मियों का इस तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं है। आए दिन समाचार पत्रों में व ट्विटर पर शहर के नागरिक व वरिष्ठ पत्रकार आवाज उठाते रहते हैं लेकिन नगर निगम अतिक्रमण हटाने पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहा है। कभी किसान आंदोलन का रोना रोया जाता है कभी पुलिस बल का रोना रोया जाता है जिससे नगर निगम सफाई कर्मचारी तो परेशान हैं ही जनता भी बहुत ज्यादा दुखी व असहाय होकर नगर निगम की मोटी खाल को कोस रही है। नगर आयुक्त द्वारा सफाई कर्मचारियों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया। किसी भी प्रकार की वैक्सीन लगवाने में हर संभव सहायता देने के लिए भी कहा। रात्रि कालीन निरीक्षण के क्रम में राजनगर, कविनगर,गोविंदपुरम,घंटाघर,सै0 23 संजय नगर व अन्य स्थलों समेत कवि नगर तथा सिटी जोन का जायजा लिया। नगर आयुक्त द्वारा कार्य के दौरान सफाई कर्मचारियों को साबुन, सैनिटाइजेशन,मास्क,ग्लव्स उपलब्ध कराने की साथ-साथ उनसे बात कर हाल-चाल जान उत्साहित करने का भी कार्य नगर आयुक्त द्वारा किया जा रहा है तथा शहर वासियों से भी स्वास्थ्य कर्मचारियों का शहर को साफ रखने में सहयोग करने की अपील की गई है लेकिन अतिक्रमण हटाने पर आंखें मूंद कुंभकरणी नींद सो रहे हैं।
नाइट स्वीपिंग,कर्मचारियों से जाना परिवार का हाल
