झारखंड में जेटीईटी की लड़ाई लड़ेगा युवा हल्ला बोल

रांची। राष्ट्रीय युवा आंदोलन युवा हल्ला बोल, बिहार और उत्तर प्रदेश के बाद अब झारखंड में शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ आंदोलित हो चुका है। देशभर के बेरोजग़ारों की आवाज़ उठाने वाला युवाओं की टोली जिसने एक दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन बेरोजग़ार दिवस मनाया और दुनियाभर में ट्रेंड हुआ वो जेटीईटी 2016 अभ्यर्थियों के लिए भी आवाज़ बुलंद कर रहा है। जेटीईटी 2016 बहाली मोर्चा के अध्यक्ष परिमल कुमार कहते हैं कि, “झारखंड में प्राथमिक शिक्षकों की भारी कमी है और इस कमी को पूरा करने के लिए 2016 जेटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी सालों से इंतजार में हैं। झारखंड निर्माण के पश्चात ‘झारखंड प्रारंभिक विद्यालय शिक्षक नियुक्ति नियमावली 2012’ के तहत् मात्र दो बार जेटीईटी (झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा) का आयोजन किया गया है। 2013 में जेटीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति 2014, 2015 और 2019 अनेकों बार काउंसलिंग के माध्यम से संपन्न हुई। जबकि जेटीईटी 2016 उत्तीर्ण अभ्यर्थी 5 साल गुजर जाने के बाद भी नियुक्ति के इंतजार में बेरोजगार बैठे हुए हैं। राज्य प्रभारी और राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता ऋषव रंजन ने मुख्यमंत्री से सवाल करते हुए कहा, “आप ऐसे समय में अपना चुनावी वादा कैसे भूल सकते हैं? ये सिर्फ भर्ती का नहीं बल्कि झारखंड के शिक्षा व्यवस्था का सवाल है। मूलवासी मुख्यमंत्री होने के नाते झारखंड के युवाओं को बेहतर अवसर देने में आपको तत्परता दिखानी चाहिए।”