शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी में एक पांच साल की बच्ची को घर के बाहर से तेंदुआ उठा ले गया और जंगल में जाकर उसे निवाला बना लिया। वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। बच्ची बिहार के रहने वाले मजदूर मनोज की बेटी प्रियंका थी। जंगल से सटे कांलोंग इलाके में एक कंस्ट्रक्शन साइट के पास बने अस्थायी घर के बाहर वह गुरुवार रात करीब 8:30 बजे खेल रही थी। तभी तेंदुए ने उसे दबोच लिया।
शिमला डिविजन के वन्य अधिकारी कृष्ण कुमार ने कहा कि शुक्रवार सुबह 200-250 मीटर दूर एक नाले में उसकी खोपड़ी मिली। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी। कुमार ने कहा कि पुलिस ने रात 10:30 बजे विभाग को घटना की सूचना दी। 20-25 मिनट के भीतर टीम मौके पर पहुंच गई थी। वन विभाग और पुलिस की टीम ने जॉइंट ऑपरेशन चलाया। तलाशी अभियान के दौरान खून के कुछ निशान दिखे थे, जिससे साफ हो गया था कि जानवर ने बच्ची की जान ले ली है। तडक़े 2 बजे तक तलाशी जारी रहा, लेकिन अंधेरे की वजह से सफलता नहीं मिली। इसके बाद अभियान को रोकना पड़ा। शुक्रवार सुबह दोबारा लडक़ी की तलाश शुरू हुई तो कुछ घंटों बाद नाले के पास खोपड़ी मिली। फॉरेंसिक टीम ने इसे जांच के लिए भेजा है और बच्ची के परिवार से डीएनए का मिलान किया जाएगा।
घर के बाहर से बच्ची को उठा ले गया तेंदुआ
