श्यामल मुखर्जी गाजियाबाद। ब्राह्मणों को अपनी ओर आकर्षित करने हेतु बसपा द्वारा आयोजित प्रबुद्ध गोष्ठी जिसकी शुरुआत राम नगरी अयोध्या से हुई थी, गाजियाबाद में भी आयोजित की गई। इस दोस्ती में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद सतीश मिश्रा ने ब्राह्मणों पर हुए कथित अत्याचारों योगी सरकार पर सवालिया निशान खड़े किए । उन्होंने कहा कि केवल ब्राह्मण समाज ही नहीं अपितु दलितों पर भी योगी सरकार द्वारा और अत्याचार एवं अनाचार हो रहे हैं जिसकी वजह से दोनों ही समाजों में भय व्याप्त है । उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने ब्राह्मणों से नोट लिया वोट लिया और अब इसके बदले में उन्हें चोट दे रही है । नाम पूछ पूछ कर ब्राह्मणों को गोली मारी जा रही है। कई शहरों में ग्रामीण युवकों को अनावश्यक रूप से जेल की सलाखों के पीछे धकेल दिया गया है। ऐसी कई घटनाएं गोरखपुर प्रयागराज कानपुर रायबरेली हाथरस बुंदेलखंड आदि जगहों में घटित हो चुकी है जिन्हें जनता बखूबी देख चुकी है। सरकार में ना अब कानून का राज रह गया है ना अदालतों का । सरकार द्वारा ब्राह्मणों तथा दलितों को सिर्फ गोली मारने का काम किया जा रहा है। सतीश मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि भाजपा शासनकाल में उत्तर प्रदेश में विकास नहीं बल्कि विनाश हुआ है। सपा और भाजपा दोनों एक सिक्के के दो पहलू है। जो काम पहले सपा सरकार करवाती थी वही काम अब भाजपा सरकार द्वारा किए जा रहे हैं। मुलायम सिंह ने कहा था कि ब्राह्मणों का एक भी काम नहीं किया जाना चाहिए। उनके शासन में राजाराम पांडे के साथ अभद्रता की गई और अपमान जनक शब्द कहे गए । वह इस अपमान को बर्दाश्त नहीं कर पाए और कुछ ही घंटों के अंदर हार्ट अटैक से चल बसे। इस गोष्ठी में पार्टी के कई पूर्व विधायक, जिला अध्यक्ष तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ काफी संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग एकत्रित हुए।
योगीराज में ना अदालत, ना कानून, सिर्फ गोलियों का है बोलबाला :सतीश मिश्रा
