शाहजहांपुर। जिले के बंडा स्थित नानकपुरी गुरुद्वारे में संत बाबा सुखदेव सिंह महाराज के बरसी में शामिल होने आए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान सौ कुंटल धान बेचता है तो सरकार जांच कराती है, लेकिन 10 से 50 हजार कुंटल धान बेचने वाले व्यापारी की जांच नहीं होती, आखिर वह अनाज कहां बेचता है, यह किसानों को भी बताया जाए, ताकि उसकी भी जांच न हो। उन्होंने इस दौरान कहा कि बीजेपी को जिताने के लिए चाचाजान ओवैसी यूपी आ चुक हैं। साथ ही राकेश टिकैत ने कहा कि एमएसपी पर अनाज तो व्यापारी और अधिकारी का खरीदा जाता है, किसानों का कागज फर्जी तरीके से लगाया जाता है। किसानों को तो औने पौने दामों में ही अपनी फसल बेचनी पड़ती है, इसीलिए हम एमएसपी पर गारंटी चाहते हैं, ताकि किसान को उसकी खून पसीने की कमाई का मोल मिल सके। राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों को सरकार खेती से अलग करना चाहती है, कभी पराली के नाम पर, कभी कंबाइन मशीन चलाने के नाम पर नोटिस भेजे जा रहे हैं। यह सरकार किसानों से उनकी खेती छीनने के लिए कोशिश कर रही है। बताया कि नए कृषि कानून की वजह से मंडियां बंद हो रही हैं । बिहार में ₹800 कुंटल धान बिक रहा है। राकेश टिकैत ने कहा कि किसान केवल अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है, जब तक कानून वापस नहीं होगा आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान उन्होंने चल रहे आंदोलन में सिख समाज के अभूतपूर्व योगदान की सराहना की।
टिकैत की मांग: धान बेचने वाले बड़े व्यापारी की भी हो जांच
