लखनऊ। बेरोजग़ारी के खिलाफ चल रहे आंदोलन ‘युवा हल्ला बोल’ की अगुवाई कर रहे अनुपम ने भाजपा घोषणापत्र को जुमला-पत्र बताते हुए कहा कि 2017 में युवाओं से किए वादों पर बुरी तरह फेल होने के बाद भाजपा को अब घोषणापत्र जारी करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने युवाओं से जितने भी वादे किए वो पूरा नहीं कर पायी और प्रदेश के युवाओं को बेरोजग़ारी के अंधकार में धकेल दिया है। अनुपम ने कहा कि पिछले पाँच साल में रोजग़ार करने लायक लोगों की संख्या तो प्रदेश में बढ़ी है, लेकिन रोजग़ार कर रहे लोगों की संख्या कम हो गयी। इतना ही नहीं, रोजग़ार ढूंढ रहे युवाओं की संख्या भी घट गयी है। मतलब कि उत्तर प्रदेश में बेरोजग़ारी तो बढ़ी ही है, युवाओं में रोजग़ार पाने को लेकर नाउम्मीदी भी बेतहाशा बढ़ी है। इसी हताशा का नतीजा है कि आए दिन बेरोजग़ार युवाओं के आत्महत्या की खबरें आती रहती हैं। उक्त बातें ‘युवा हल्ला बोल’ संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुपम ने मेरठ कैंट में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कही। अनुपम ने कई बिंदुओं पर सरकार को घेरते हुए उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की भाजपा सरकार ने युवाओं को डबल धोखा दिया है।
भर्तियों में लेटलतीफी, भ्रष्टाचार और अनियमितता का यह आलम है कि प्रदेश में कम से कम एक दर्जन पेपर लीक हुए और अकेले यूपीएसएसएससी की कुल 21 भर्तियाँ लंबित हैं इस चिंताजनक परिस्थिति के लिए अनुपम ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को सीधे तौर पर दोषी ठहराया और कहा कि डबल इंजिन की सरकार ने युवाओं के साथ डबल धोखा किया है। राज्य से लेकर केंद्र तक की भाजपा सरकार युवाओं की आशाओं आकांक्षाओं के प्रति संवेदनहीन रही हैं। ‘युवा हल्ला बोल’ के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी रजत यादव ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के कार्यकाल में युवाओं को रोजग़ार के नाम पर सिर्फ झूठा प्रचार मिला है। यह झूठा प्रचारतंत्र प्रदेश ही नहीं दिल्ली बैंगलोर समेत देश भर में चलाया गया। रोजग़ार देने की बजाए जनता का पैसा झूठे प्रचार में बहाने को लेकर रजत यादव ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए युवाओं से ‘पढ़ाई कमाई दवाई’ के मुद्दों पर वोट करने की अपील की। रजत यादव ने बताया कि वो पहले दिन से ही उत्तर प्रदेश के चुनावों को युवाओं के एजेंडे पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी के तहत ‘युवाओं की यूपी’ मुहिम की शुरुआत की गयी है जिसके जरिए प्रदेश भर में चौपालों का आयोजन किया गया है। आंदोलन के राष्ट्रीय महासचिव प्रशांत कमल ने भी प्रेस वार्ता को संबोधित किया और भाजपा नेता अमित शाह द्वारा जारी किए गए घोषणापत्र को जुमला-पत्र की संज्ञा दी। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा घोषणापत्र के लिखित वादों को याद दिलाते हुए प्रशांत कमल ने कहा कि युवाओं को डबल इंजिन की सरकार ने डबल धोखा दिया है। लेकिन देश का बेरोजग़ार युवा अब सरकार की अक्षमता और संवदेनहीनता के खिलाफ आवाज़ उठाने लगा है। अगर सरकारों को अब भी होश नहीं आया तो आने वाले समय में रोजग़ार के लिए बड़े युवा आंदोलन की तैयारी होगी।
डबल इंजन की सरकार ने युवाओं को डबल धोखा दिया: अनुपम
