श्यामल मुखर्जी, गाजियाबाद । शांतिपूर्ण तथा सुरक्षित मतदान के लिए शासन और प्रशासन द्वारा चाक-चौबंद तैयारियां कर ली गई थी। इसका असर कल सभी मतदान केंद्रों में देखने को मिला। जनपद में 23 हजार जवानों के हवाले सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी जिसे उन्होंने बखूबी अंजाम दिया । इन जवानों द्वारा वास्तव में भय मुक्त तथा सुरक्षित मतदान सुनिश्चित करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई। मतदान केंद्रों पर अर्धसैनिक बलों के साथ-साथ स्थानीय पुलिस बल भी तैनात थी। मतदान केंद्रों पर हल्का सा भी शांति भंग करने का अंदेशा होने पर तुरंत कार्रवाई करने की पूरी तैयारी थी । मतदान केंद्रों पर सुव्यवस्था बनाए रखने के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा का इंतजाम किया गया था । पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी भी चप्पे-चप्पे पर तैनात नजर आए। सुरक्षाबलों के जवान बस इतवार को सुबह ही अपनी ड्यूटी पर पूरी मुस्तैदी के साथ डट गए। जिले में कुल मिलाकर 794 मतदान केंद्रों तथा 3383 पोलिंग बूथों पर मतदान की प्रक्रिया संपन्न हुई। मतदान केंद्रों पर बुधवार को ही सुरक्षाबलों की तैनाती हो चुकी थी। एसपी देहात तथा नोडल अधिकारी के अनुसार इस बार ह्लद्धह्म्द्गद्ग-द्यड्ड4द्गह्म् सुरक्षा की व्यवस्था की गई । इसके अंतर्गत एक अर्ध सैनिक बल बूथों पर तैयार रहेगा तैनात था । अन्य जिलों के पुलिस प्रमुख मतदान केंद्रों पर जबकि जनपद के पुलिसकर्मी मतदान केंद्रों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था को संभाले रखा। परंतु क्रिटिकल बूथों पर 2 या 2 से अधिक अर्धसैनिक बल तैयार तैनात थे । संवेदनशील तथा अधिक संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षाकर्मियों द्वारा पहले ही फ्लैग मार्च किया जा चुका है । यह सुरक्षा बलों की मुस्तैदी का ही परिणाम था कि प्रथम चरण का मतदान शांतिपूर्ण तरीके से पूरे जनपद में संपन्न हुआ।