डेस्क। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एकबार फिर शराब बंदी पर खुलकर बोला है और जन प्रतिनिधियों को सतर्क रहने की जरूरत बताई है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा शराब दुकान पर फेंका गया पत्थर एक चेतावनी थी और यह शुरुआत है। जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदारी निभाएं नहीं तो बड़ा जन आंदोलन का रूप ले लेगा। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने निवाड़ी में यह बात कही है। उन्होंने पत्थर जो उठाकर फेंका है वह प्रतीक है और पहला है वो आखिरी नहीं है। अगर उसे आखिरी बनाना है तो शराब के मामले में जनप्रतिनिधियों को बहुत अच्छा काम करना होगा। पार्षदों, नगर पालिका, नगर पंचायत, नगर निगम के अध्यक्षों व विधायकों को बेहद सतर्क रहना होगा। नीचे के जनप्रतिनिधि इसकी अनदेखी बिलकुल नहीं करें। वे अपनी जिम्मेदारी निभाएं नहीं तो यह बड़ा जन आंदोलन का रूप ले लेगा।
बोलीं उमा: दुकान पर पत्थर शराबबंदी की चेतावनी
