अमर होने के लिए काली मंदिर में रेत डाला गला

narbaliवाराणसी। जनपद मऊ में अंधविश्वास के नाम पर अपनी ही बलि देने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। अमर होने का वरदान पाने के लिए एक युवक ने काली माता मंदिर में अपना गला रेत दिया। उसके चीखने की आवाज सुनकर लोग मंदिर की तरफ दौड़े लेकिन वहां का नजारा देख उनके होश उड़ गए। चारों तरफ खून बिखरा हुआ था और युवक जमीन पर पड़ा छटपटा रहा था। आनन- फानन में लोगों ने युवक को पास के अस्पताल में भर्ती कराया। मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के बल्लीपुरा मोहल्ले का है। यहां रहने वाला युवक गौरव मंगलवार सुबह मंदिर पहुंचा। काफी देर तक वह काली मां की मूर्ति के सामने बैठा रहा। इसके बाद उसने जेब से धारदार हथियार निकाला और गला काटने की कोशिश की, लेकिन लोगों ने मौके पर पहुंच कर उसकी जान बचा ली। मानसिक रूप से परेशान था युवक: घायल युवक के भाई सौरभ का कहना है कि उसका भाई कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान है। वह अनाप शनाप बातें करता रहता है। हालांकि घरवालों को यह उम्मीद नहीं थी वह अपना गला काटने की कोशिश करेगा। युवक का इलाज कर रहे डॉक्टर एसएन शर्मा का कहना है कि उसने धारदार हथियार से गला रेता है। इस वजह से गले में जख्म के गहरे निशान हैं। हालत नाजुक देख उसे बीएचयू, वाराणसी रेफर कर दिया गया है।