जीवन में पूर्णता लाते हैं गुरु

ललित गर्ग। भारतीय संस्कृति में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व है, यह अध्यात्म-जगत की सबसे बड़ी घटना के रूप में जाना जाता है। पश्चिमी देशों में गुरु का कोई महत्व नहीं है, वहां विज्ञान और विज्ञापन का महत्व है परन्तु भारत में सदियों से गुरु का महत्व रहा है। यहां की माटी एवं जनजीवन में गुरु को ईश्वरतुल्य माना गया है, क्योंकि गुरु न हो तो ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग कौन दिखायेगा? गुरु ही शिष्य का मार्गदर्शन करते हैं और वे ही जीवन को ऊर्जामय बनाते हैं। जीवन विकास…

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मॉब लिंचिंग की अराजकता का त्रासद होना

ललित गर्ग। उन्मादी भीड़ के द्वारा जान लेने की एक घटना शांत नहीं होती कि कोई दूसरी हत्या की खबर सामने आ जाती है। लगातार हो रही मॉब लिंचिंग की ये घटनाएँ अब न केवल चिन्ता का विषय है बल्कि असहनीय एवं शर्मनाक है। सुप्रीम कोर्ट की फटकार और अलवर में एक और घटना के बाद ही सही, भीड़ द्वारा किसी को पीट-पीट कर मार डालने की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार सक्रिय हुई है तो निश्चित ही उसके सकारात्मक संदेश निकलने चाहिए। किसान आन्दोलन हो या…

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2019 के चुनाव की दस्तक सुनें

ललित गर्ग। नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से चार साल में पहली बार पेश अविश्वास प्रस्ताव बड़े अंतर से गिर जाना हो या विपक्षी एकता में रह-रह कर दरार के संकेत मिलना, मोदी -शाह की जोड़ी के प्रति आमजनता में बढ़ रहा असंतोष एवं अविश्वास हो या राजनीतिक दलों की नीति एवं नियत पर शंकाएं होना-ये स्थितियां वर्ष 2019 के आम चुनाव की तस्वीर को जहां अनिश्चिय के धरातल पर खड़ा कर रही है, वहीं चुनावी सरगर्मियों एवं तैयारियां में भी हर तरह के हथियार अपनाने के…

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बोटल ब्रैंड न्यू के साथ लौटी हिना पंचाल

अनिल बेदाग। मराठी फिल्म के ज़ाला कालाना में एक आइटम नंबर करने के बाद हिना पंचाल फिल्म वैन ओबामा लव्ड ओसामा में एक नए आइटम सॉन्ग बोटल ब्रैंड न्यू के साथ लौटी है। पावनी पांडे के इस मोहक गीत में सफेद बिकिनी और बैंगनी लंहगे पहनकर हिना सचमुच फायर पैदा करती नजऱ आ रही हैं। हिना कहती हैं कि फिल्म में उनपर दो गीत फिल्माए गए हैं। एक पार्टी सॉन्ग है और दूसरा आइटम सॉन्ग। हिना ने निर्मा्ता जयविंदर की पिछली फिल्म में भी आइटम सॉन्ग मौहल्ले में हुक्का किया…

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नीरज : सतरंगी रेखाओं की सादी तस्वीर

ललित गर्ग। सम्पूर्ण मानवता को एक नई फिजा, एक नया परिवेश देने, हममें सौन्दर्यप्रेम एवं राष्ट्रीयता का भाव जागृत करने, जीवन की सचाइयों का प्रकाश उपलब्ध कराने, हमें आध्यात्मिक एवं मानसिक शक्ति प्रदत्त करने, हममें सच्चा संकल्प एवं कठिनाइयों पर विजय पाने की सच्ची दृढ़ता उत्पन्न करने वाला लाखों-लाखों रचनाकारों की भीड़ में एक अनूठा एवं जमीन से जुड़ा रचनाकार हमसे जुदा हो गया। पद्मभूषण से सम्मानित हिंदी के साहित्यकार, कवि, लेखक और गीतकार गोपालदास सक्सेना ‘नीरज’ का चिरनिद्रा में विलीन हो जाना न केवल हिन्दी साहित्य की बल्कि सम्पूर्ण…

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