बृज के गोपाल” में दिखेगी पारस अरोड़ा और मनुल चूडास्मा की जोड़ी

अनिल बेदाग मुंबई। पिछले कुछ साल से हमारी जि़ंदगी बुरी खबरों से भरी रही है। चाहे वह महामारी हो, रूस-यूक्रेन युद्ध हो, या ग्लोबल वार्मिंग का बढ़ता खतरा हो या और भी बहुत कुछ हो। ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में दंगल टीवी का अपकमिंग 8वां ओरिजिनल शो ‘बृज के गोपाल’ इंसानों के लिए अच्छाई में विश्वास बहाल करता एक अनोखा शो है। दंगल टीवी का नया सोशल माइथो शो “बृज के गोपाल” युवा भगवान कृष्ण और कलयुग के दौरान लौटने के उनके वादे पर आधारित है। कलयुग की भविष्यवाणी उनके द्वारा…

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समस्याओं से घिरी भारत की आपराधिक न्याय व्यवस्था

प्रियंका सौरभ। भारत की आपराधिक न्याय व्यवस्था न केवल संस्थानों के संवैधानिक ताने-बाने में बल्कि पदाधिकारियों के मानस में भी समस्याओं से घिरी हुई लगती हैं। जैसे हमने महामारी के साथ जीना सीख लिया है, वैसे ही हमने ऐसी समस्याओं के साथ जीना सीख लिया है। जैसा कि प्रोफेसर एंड्रयू एशवर्थ ने कहा, “एक न्यायपूर्ण और सुसंगत आपराधिक न्याय प्रणाली लोगों की एक अवास्तविक अपेक्षा है। आपराधिक न्याय प्रणाली की एजेंसियों पर कानून लागू करने, अपराध पर निर्णय लेने और आपराधिक आचरण को सुधारने का आरोप बार-बार लगता है। आपराधिक…

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शनि व सूर्य का योग: किन राशियों के लिए होगा कष्टकारी

फीचर डेस्क। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर ग्रह एक निश्चित अवधि में राशि परिवर्तन करता है। ग्रह के राशि परिवर्तन से किसी न किसी योग का निर्माण होता है। यह योग कुछ राशियों के लिए शुभ रहता है और कुछ राशि वालों को कष्टों का सामना करना पड़ता है। हिंदू नववर्ष 2079 की शुरुआत हो चुकी है। इस नवसंवत्सर में 30 साल बाद शनि व सूर्य की स्थिति से दुर्लभ योग का निर्माण हो रहा है। वर्तमान में सूर्य शनि की राशि कुंभ में विराजमान हैं। वहीं शनिदेव अपनी…

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भारत में रोजगार निर्माण हेतु संघ एवं अन्य कई संगठन मिलकर कर रहे हैं प्रयास

प्रहलाद सबनानी। भारत आज विश्व का सबसे युवा राष्ट्र कहा जा रहा है क्योंकि देश की दो तिहाई जनसंख्या की उम्र 35 वर्ष से कम है। देश की 36 प्रतिशत जनसंख्या की आयु 15 से 35 वर्ष के बीच है और देश में 37 करोड़ युवाओं की आयु 15 से 29 वर्ष के बीच है। इतने बड़े वर्ग को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु हालांकि सरकारें विभिन्न स्तरों पर अपना कार्य बखूबी कर रही हैं परंतु देश के प्रत्येक नागरिक को यदि रोजगार उपलब्ध कराना है एवं नागरिकों को…

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भारत-जापान के लगातार मजबूत होते आर्थिक व सामरिक रिश्ते

प्रहलाद सबनानी। भारत और जापान के बीच आध्यात्मिक बंधुत्व एवं सांस्कृतिक सभ्यता पर आधारित आपसी संबंधो का एक लम्बा इतिहास रहा है। वैसे तो भारत और जापान के आपसी रिश्तों की नींव 1600 ईस्वी तक पीछे चली जाती है परंतु हाल ही के समय में इन रिश्तों में बहुत गर्माहट आई है। आज भारत और जापान के आपसी रिश्ते बहुत गहरे स्तर पर चले गए हैं। वैसे पिछले 70 वर्षों से दोनों देशों के बीच आपसी आर्थिक रिश्ते अबाध रूप से चल रहे हैं और अब तो सामरिक दृष्टि से…

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