हेल्थ डेस्क। कोरोना संक्रमितों को अब ब्लैक फंगस डरा रहा है। आमतौर पर यह माना जा रहा है कि यह फंगस अस्पतालों में मिलता है। यह पूरी तरह से सच नहीं है। यह फंगस अस्पतालों के साथ घर के एसी, कूलर और गंदगी वाली जगहों पर मौजूद है। यह फंगस सिर्फ कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को अपना शिकार बना रहा है।ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. संतोष शंकर रे ने बताया कि इससे डरने की जरूरत नहीं हैं। इस फंगस से सावधान रहने की आवश्यकता है। घर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने…
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राजधानी में ब्लैक फंगस बेकाबू: दवाओं की कालाबाजारी
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में ब्लैक फंगस मरीजों को दोहरी समस्या झेलनी पड़ रही हैं। बीमारी के साथ बदइंतजामी भी झेलनी पड़ रही है। ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं और इंजेक्शन बाजार से गायब हो गए हैं। गोमतीनगर से लेकर चौक और अमीनाबाद स्थित थोक दवा की दुकानों में भी जीवनरक्षक इंजेक्शन तक नहीं मिल रहे हैं। इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है।लखनऊ में पांच हजार से ज्यादा थोक व फुटकर दवा की दुकानें हैं। अभी तक मेडिकल स्टोर पर रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल रहा है। मरीजों…
Read Moreकोरोना कहर: एक दिन में 50 डाक्टरों की मौत
नई दिल्ली। दिल्ली के गुरु तेग बहादुर अस्पताल के 26 वर्षीय जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर अनस मुजाहिद की कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव आने के कुछ घंटों के बाद ही मौत हो गई। देश में कोरोना संकट के चलते महज एक दिन में ही 50 डॉक्टरों की मौत का मामला सामने आया है। भारत में इस साल आई कोरोना की दूसरी लहर में अब तक 244 डॉक्टर जान गंवा चुके हैं। इससे पहले बीते साल कोरोना की पहली लहर में देश में 736 चिकित्सकों की मौत हो गई थी। इस तरह कोरोना…
Read Moreसावधान: कोविशील्ड वैक्सीन लगने के बाद खून में बन रहा थक्का
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वैक्सीन कोविशील्ड लेने के बाद देश में खून बहने और थक्के जमने के 26 केस मिलने की आशंका व्यक्त की गई है। कोरोना टीकों को लेकर बने एक पैनल की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। कोरोना टीकों के बाद होने वाले साइड इफेक्ट्स के अध्ययन को लेकर बने पैनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उसने कुल 498 केसों का अध्ययन किया है, जो गंभीर थे। इनमें से उसे 26 ऐसे केस मिले हैं, जिनमें टीके लगने के बाद खून बहने या…
Read Moreलखनऊ में ब्लैक फंगस का प्रकोप बढ़ा: दवाएं गायब
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या बढऩे लगी है। इसके साथ ही ब्लैक फंगस के इलाज में दी जाने वाली दवाओं की कालाबाजारी भी शुरू हो गई है। मेडिकल स्टोरों से ब्लैक फंगस की दवाएं नदारद हैं। परेशान मरीज और तीमारदार महंगी दवा खरीदने को विवश हो रहे हैं। लखनऊ में ब्लैक फंगस के 16 मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें से 13 मरीज केजीएमयू और तीन लोहिया संस्थान में भर्ती हैं।रेमडेसिविर के बाद ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं की कालाबाजारी…
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