रक्षा मंत्री राजनाथ बोले: चीन सीमा पर और बढ़ेगी ताकत

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ तनावपूर्ण माहौल के बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और तीन सेनाओं के प्रमुखों के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग में एलएसी के जमीनी हालात की समीक्षा की गई और आगे रणनीति पर विचार किया गया।
सूत्रों ने बताया कि चार घंटे से ज्यादा वक्त तक महामंथन हुआ जिसमें रक्षा मंत्री ने चीन की तरफ से सैनिकों की संख्या बढ़ाने पर भारत की प्रतिक्रिया का खाका पेश किया। इस महामंथन के दौरान स्पष्ट कर दिया गया कि संघर्ष विराम के लिए बातचीत तो चलती रहेगी, लेकिन भारतीय सेना वहां अपनी संप्रभुता से बिल्कुल भी समझौता नहीं करते हुए अपनी पकड़ कायम रखेगी। मीटिंग में यह भी फैसला हुआ कि इलाके में सडक़ निर्माण का काम चलते रहना चाहिए और भारत अपना सैन्य दल-बल चीन के मुकाबले बढ़ाता रहेगा। भारतीय सेना और चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के बीच पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर हालात सामान्य करने के लिए कई बार मीटिंग हो चुकी है। हालांकि, सोमवार तक इसमें कोई कामयाबी नहीं मिली। उससे पहले रविवार को भी मीटिंग हुई थी, लेकिन सूत्रों के मुताबिक कई मुद्दों पर सहमति नहीं बन पाई। संभव है कि आगे क्षेत्रीय कमांडरों के स्तर पर और बैठकें हों।