भड़के आजम बोले: आरएसएस का हेडक्वार्टर नहीं है राजभवन

azam-khan newलखनऊ। कैबिनेट मंत्री आजम खां एक बार फिर भड़क गये हैं। उन्होंने गवर्नरपर निशाना साधते हुए कहा है कि राजभवन आरएसएस का हेडक्वार्टर नहीं है। मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रगान रुकवाना देश का अपमान है, जिसकी निंदा की जाती है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि लखनऊ में शनिवार को नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह चल रहा था। इसमें राष्ट्रगान के दौरान राज्यपाल ने पटेल जयंती का कार्यक्रम कराने के लिए रुकवा दिया, जो देश का अपमान है। राजभवन आरएसएस का हेडक्वार्टर नहीं है। किसी सियासी पार्टी का कार्यालय भी नहीं है। किसी को किसी की जयंती मनाना हो तो अलग से कार्यक्रम आयोजित करना चाहिए। ऐसा देश में पहली बार हुआ है, जो दुखद है।
आजम खां ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से दोस्ती निभा रहे हैं। उन्हें मलिहाबाद के आम भेजते हैं। उनकी मां को शॉल भेजते हैं। नवाज शरीफ की मिलों से चीनी खरीदी जा रही है, लेकिन बिहार का मुसलमान लालू यादव और नीतीश कुमार को वोट देना चाहता है तो उसे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पाकिस्तान का एजेंट बता रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आरएसएस देश में आग लगाना चाहता है। देश के पहले गृह मंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल ने आरएसएस पर पाबंदी लगाई थी, जिनकी आज जयंती है। आरएसएस और भाजपा की भाषा शैली समाज के लायक नहीं है। प्रधानमंत्री बिहार में लालू, नीतीश और सोनिया गांधी को थ्री इडियट बता रहे हैं। इससे आने वाली नस्लों को क्या सिखाया जा रहा है। महिलाओं के लिए सेटिंग शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह अराजकता और बेहूदगी के सिवाए कुछ नहीं है।