पटाखा बाजार: मोदी फुसफुस, प्रियंका फुलझड़ी और राहुल चकरी

crackers modiबिजनेस डेस्क। इस दीवाली से ठीक पहले बिहार में बीजेपी को झटका लगा है, जहां पीएम नरेंद्र मोदी की ताबड़तोड़ रैलियों के बावजूद बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी। वहीं, प्रियंका गांधी राजनीति में उतरे बिना भी काफी लोकप्रिय हैं। अब सोच रहे होंगे, दीवाली में पटाखों के बीच नरेंद्र मोदी और प्रियंका गांधी कहां से आ गए, तो जनाब जान लीजिए कि दीवाली के पटाखों में नरेंद्र मोदी खासी पूछ है, तो प्रियंका गांधी छाप फुलझड़ी भी खासी डिमांड में है। प्रियंका गांधी छाप फुलझड़ी की खासी डिमांड है। खासतौर पर बच्चों को उनका मुस्कराता चेहरा लुभा रहा है। दिल्ली और फिर बिहार की हार ने जहां पीएम मोदी की लोकप्रियता पर सवालिया निशान खड़े किये हैं, वहीं इन नतीजों का असर पटाखा बाजार पर भी नजर आने लगा है। पिछले साल मोदी बम की धूम थी, लेकिन बिहार में मिली करारी हार के बाद इस बार अब पीएम मोदी के नाम का फुसफुस अनार बाजार में उतारा गया है। फुसफुस अनार शुरू में तो तेजी से आवाज़ करते हुए रोशनी बिखेरता है, लेकिन कुछ पलों बाद ही इसकी रफ़्तार धीमी पड़ जाती है और फिर वह रुक-रुक कर चलता है।
बिहार चुनाव की तर्ज पर ही लालू और नीतीश कुमार की तस्वीरों के साथ जो महागठबंधन गिफ्ट पैक तैयार किया गया है, उसमें अनार-फुलझड़ी, चकरी, चटाई और कई दूसरे पटाखे हैं। अलग-अलग खरीदने पर इनकी कीमत जहां करीब चार सौ रूपये होती है, वहीं लालू और नीतीश के गठबंधन के नाम पर ये सिर्फ ढाई सौ रूपये में मिल रहे हैं।
बिहार में सत्ताइस सीटें जीतने के बाद कांग्रेस को अरसे बाद मुस्कुराने का मौका मिला तो कारोबारियों ने राहुल गांधी के नाम पर राउंड चकरी बाजार में उतार दी। इसके अलावा अंडरवल्र्ड डॉन छोटा राजन के नाम पर चटाई और प्रियंका गांधी वाड्रा के नाम की फुलझड़ी भी बाजार में छाई हुई है। लोग इन पटाखों को न सिर्फ खूब पसंद कर रहे हैं, बल्कि इनकी ज़बरदस्त बिक्री भी हो रही है। पटाखा व्यापारी का कहना है कि बिहार चुनाव के नतीजों के अगले दिन ही बाजार में आने वाले नेताओं के नाम वाले पटाखों ने करीब 30 फीसदी बाजार पर कब्जा कर रखा है। लालू-नीतीश हों या मोदी अथवा राहुल के नाम और उनकी तस्वीरों वाले पटाखे, जो भी कारोबारी इन पटाखों को बेच रहा है, लक्ष्मी उस पर खूब मेहरबान हो रही हैं।