चेन्नई के निचले इलाकों में घुसा पानी: हालत गंभीर

chennaiairport-चेन्नई। देश का चेन्नई शहर पिछले 24 घंटे में 15 इंच बारिश से डूब गया। 137 साल में तमिलनाडु में यह सबसे भीषण वर्षा है। चेन्नई शहर को आपदा क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री जयललिता ने बारिश से प्रभावित तीन जिलों चेन्नई, तिरुवल्लुर और कांचीपुरम का हवाई सर्वेक्षण करेंगी। भारी बारिश से चेन्नई और राज्य के तटीय इलाकों में हाहाकार मचा हुआ है। 86 लाख की आबादी वाले शहर के 50 लाख लोग बाढ़ से घिरे हुए हैं।शहर के निचले इलाकों में अडयार नदी का पानी भर गया है। सेना की तीन टुकडिय़ों के अलावा नौसेना और एनडीआरएफ की 25 टीमों को भी राहत और बचाव कार्य में लगाया गया है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में बताया कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए हमने पर्याप्त संख्या में जवानों को राहत कार्य में लगाया है। भारी बारिश से राज्य में अब तक 188 लोगों की मौत हो चुकी है। नौसेना के युद्धपोत आइएनएस ऐरावत को राहत कार्यो में मदद के लिए चेन्नई रवाना कर दिया गया है। चेन्नई में बिजली गुल हो गई है और पेयजल और दूध जैसी बुनियादी चीजों की किल्लत हो गई है। डूबी बस्तियों में लाखों लोगों ने ऊपरी मंजिलों व ऊंचाई वाले इलाकों में शरण ले रखी है। हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन पर हजारों यात्री फंसे हुए हैं। हालांकि, हवाई अड्डे से डेढ़ हजार यात्रियों और दो हजार कर्मचारियों को अब तक सुरक्षित निकाला जा चुका है। स्कूल और कॉलेज 16 दिसंबर तक बंद कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री जयललिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर दो हजार करोड़ रुपये की सहायता मांगी है। केंद्र ने 940 करोड़ की आरंभिक सहायता घोषित की है। एसोचैम के मुताबिक चेन्नई की बारिश से करीब 15 हजार करोड़ के नुकसान की आशंका है। मौसम विभाग के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौर ने बताया कि अगले 72 घंटे खतरा रहेगा, लेकिन बारिश की तीव्रता अगले 48 घंटों में कम होगी। पांच-सात दिन तक बारिश होती रहेगी। चेन्नई के अलावा कांचीपुरम, तिरुवल्लुर और कुडालोर जिलों पर भी भारी बारिश का कहर है।