रेप मामले में तीन आरोपी भेजे गए जेल

lockup

लखनऊ। उप्र के बुलंदशहर में मां बेटी के साथ रेप के तीन आरोपियों को सोमवार को सीजेएम ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जिन आरोपियों को जेल भेजा है, उसमें उनमें बुलंदशहर का रईस, हापुड़ का शाहबेज व नोएडा का जबर सिंह हैं। पुलिस ने तीनों आरोपियों को सीजेएम कोर्ट में पेश किया था। राज्यपाल राम नाईक ने घटना पर मुख्यमंत्री अखिलेश की कार्रवाई की सराहना की है। उन्होने कहा लापरवाह अफसरों पर की गई मुख्यमंत्री की कार्रवाई एकदम सही है। सोमवार को इस घटना को राज्यसभा में बसपा ने उप्र सरकार को घेरा।
मेरठ रेंज की डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने बताया कि गिरफ्तार रईस मेवाती जाति से है और बुलंदशहर में रहकर डंफर और ट्रैक्टर चलाने का काम करता है। उसका ताल्लुक भरतपुर राजस्थान की जनजाति डेरे से है। रईस हापुड़ के शाहबेज के साथ गैंग म भरतपुर के कुख्यात बाबरिया सलीम के गैंग में थे। पुलिस ने नोएडा से जिस जबर सिंह की गिरफ्तारी की है उसकी पत्नी सलीम के परिवार की रिश्तेदार है। उन्होने कहा कि पुलिस ने इन आरोपियों की पहचान पुलिस के डाटा रिकार्ड में मौजूद चेहरों की पीडि़ता से शिनाख्त करा कर की है। बुलंदशहर पुलिस के पास 200 अपराधियों का रिकार्ड है।
डीजीपी जावीद अहमद ने 15 लोगों की हिरासत के साथ जिन तीन नामों के वारदात में शामिल होने का खुलासा किया था उनमें रईस के अलावा फरीदाबाद का बब्लू और भटिंडा का नरेश शामिल था। पुलिस ने बब्लू व नरेश को कोर्ट में पेश नही किया है। सोमवार को उप्र सरकार ने अनीस अहमद अंसारी को बुलंदशहर का नया एसएसपी नियुक्त करते हुए दूसरे अधिकारियों का तैनात कर दिया गया है।
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल भी उठ रहें है। कहा जा रहा है कि घटना के तूल पकडऩे, विपक्ष द्वारा मुद्दा बनाने के कारण सरकार के दबाव में पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई की है। पुलिस ने रविवार को देर शाम पांच में से तीन संदिग्धों को कांड में लिप्त बताया था, लेकिन देर रात में ही तीन में से दो बदमाशों के नाम बदल लिए गये। पुलिस ने घटना में बाबरिया गैंग का नाम लिया था। लेकिन जिन आरोपियों को जेल भेजा गया है घुमंतू जाति के नहीं है। डीजीपी जिन बदमाशों के नाम लिए थे वह बुलंदशहर के सुतारी गांव का रईस, हरियाणा के फरीदाबाद का बबलू और पंजाब के भटिंडा का नरेश ठाकुर था। पुलिस ने गिरफ्तार तीन में से दो बदमाश बदल दिए हैं।
लोकसभा में अखिलेश के इस्तीफे की मांग
सोमवार को यह मामला लोकसभा में उठा कई सदस्यों ने उप्र की खराब कानून व्यवस्था को लेकर सीएम अखिलेश यादव के इस्तीफे की मांग की। शून्यकाल के दौरान भाजपा के बुलंदशहर से सांसद भोला सिंह ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि कुछ दिन पहले नोएडा से शाहजहांपुर जाते समय एक परिवार को गुंडों द्वारा निशाना बनाया गया और लूटपाट के साथ ही परिवार की महिला तथा नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार किया गया। उन्होंने कहा कि केवल यही एक घटना नहीं है। बल्कि उत्तर प्रदेश में मार्च 2015 से बलात्कार की 2752 और हत्याओं की 1246 घटनाएं हो चुकी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ये सब अपराध प्रदेश सरकार के संरक्षण में हो रहे हैं। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की जिसका सदन में मौजूद सपा सदस्यों ने विरोध किया।