शशिकला ने दी विधायकों को परिवार से मिलने की आजादी

shashikalaचेन्नई। तमिलनाडु में शशिकला और ओ पनीरसेल्वम के बीच मुख्यमंत्री के पद को लेकर खींचतान जारी है। दोनों गुटों के बीच रेसॉर्ट में रोके गए विधायकों को लेकर आरोप लगाए जा रहे हैं। उधर, महाबलीपुरम के नजदीक रेसॉर्ट में अभी भी करीब 100 विधायक रुके हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक वे शशिकला के अगले फैसले तक यहां छुट्टी मनाने को राजी हैं। इस बीच कुछ विधायकों ने रेसॉर्ट के बाहर अपने घरवालों से भी मुलाक़ात की है। सूत्रों की मानें तो कुछ विधायकों को अपने साथ घर वालों को रोकने अनुमति दी गई हैं। विधायकों को रेसॉर्ट के अंदर कहीं आने-जाने की भी पूरी आजादी दी गई है।
शशिकला लगातार तीसरे दिन सोमवार को विधायकों से मिलने रेसॉर्ट पहुंची। उन्होंने विधायकों से बातचीत की। वे शनिवार और रविवार को भी रेसॉर्ट में विधायकों से मिली थी। इस दौरान उनके पक्ष में नारे लगाए गए। शशिकला ने विधायकों से कहा था कि वे किसी भी हालत में सरकार बनाएंगी। रिपोट्र्स की मानें तो रेसॉर्ट में ठहरे विधायकों ने शशिकला के पक्ष में निष्ठा जताई है। हालांकि पनीरसेल्वम खेमे ने सोमवार को फिर दोहराया कि रेसॉर्ट में बंधक विधायकों को आजाद करवाया जाए।
इस बीच सोमवार को राज्यपाल विद्यासागर राव के आदेश के बाद तमिलनाडु सरकार ने मद्रास हाईकोर्ट को विधायकों के बंधक बनाने के मामले पर जांच रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में करीब 119 विधायकों का स्टेटमेंट है। रेसॉर्ट में रोके गए विधायकों को लेकर पनीरसेल्वम खेमे ने शशिकला गुट पर विधायकों को बंधक बनाने का आरोप लगाया था। कुछ मीडिया रिपोट्र्स का संज्ञान लेते हुए मद्रास हाईकोर्ट ने कहा था, अगर रेसॉर्ट में रोके विधायकों से जुड़ी खबरें सच है तो यह गंभीर मामला है। हाईकोर्ट ने पूरे मामले पर सरकार को सोमवार तक रिपोर्ट सौंपने का ऑर्डर दिया था।
शनिवार को रेसॉर्ट पहुंचे थे अफसर
शनिवार को महाबलीपुरम के नजदीक पुलिस और रेवेन्यू अफसरों की एक टीम पहुंची थी। इस दौरान टीम ने हर एक विधायक से मिलकर उनका स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया था। इस दौरान मीडिया से बातचीत में कुछ विधायकों ने पनीरसेल्वम खेमा की ओर से जान से मारने की धमकी मिलने का उल्लेख किया था। उन्होंने रेसॉर्ट में रुकने की वजह सुरक्षा चिंताएं बताई थी।