हमीरपुर घटना में एसपी सस्पेंड, मृतक के परिवार को पांच लाख

sp hamir
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हमीरपुर घटना की जानकारी लेने के बाद एसपी दिनेश पाल सिंह को निलम्बित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस घटना में मृत लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी की है। नामजद लोगों की जल्द गिरफ्तारी के भी निर्देश के साथ पुलिस द्वारा की गयी फायरिंग की घटना की मैजिस्टीरियल जांच के भी आदेश दिए हैं। मालूम होकि हमीरपुर में शनिवार को एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ हुई थी जिससे आहत छात्रा ने आग लगा कर जान दे दिया। इस घटना का विरोध कर रहे लोगों पर पुलिस ने फायरिंग की। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति अत्यन्त गंभीर है और ऐसी घटनाओं में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं को हर प्रकार की सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है और उनके सम्मान के लिए सारे प्रयास कर रही है।
शनिवार को हमीरपुर में एक छात्रा ने छेड़छाड़ से तंग आकर आत्मदाह कर लिया। उसकी मौत से नाराज भारी संख्या में लोग इक_े हो गए थे और तनाव की स्थिति बन गयी थी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा गोली चलायी गयी थी, जिसमें घर जा रहे 18 साल के छात्र रोहित पाण्डेय के सिर में गोली लगने से मौत हो गयी। घटना में कल्लूखां 25 वर्ष व जयकरन 50 वर्ष भी घायल हो गए थे। कल्लू खां की मौत रविवार को हो गई। जयकरन के पैर में गोली लगी थी। उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
रविवार को पुलिस की गोली का शिकार हुए छात्र का अंतिम संस्कार यमुना घाट में कड़ी सुरक्षा के बीच किया गया। इस दौरान आईजी, डीआईजी, कमिश्नर, डीएम और एसपी के साथ कई जिलों की पुलिस तैनात रही।
छेड़छाड़ और विरोध करने पर सरे बाजार पीटे जाने से आहत 12वीं की छात्रा स्वीकृति 17 साल, ने शनिवार को घर पर आग लगाकर जान दे दी। स्वीकृति के पिता राजकुमार खरे करीब दस वर्षों से परिवार के साथ बिंवार कस्बे में रहते हैं। राजकुमार ने बताया कि उसकी पुत्री स्वीकृति भस्मानंद इंटर कालेज निवादा में पढ़ती थी। शनिवार सुबह 6 बजे वह कोचिंग पढऩे के लिए घर से निकली थी। रास्ते में गांव के ही जितेंद्र यादव पुत्र करन यादव ने उसे रोक लिया और छेडख़ानी करने लगा। स्वीकृति ने विरोध किया तो आरोपी ने सरेआम उसे लात घूसों से पीटा। आसपास के लोग दौड़े तो आरोपी मौके से भाग निकला। महिला भूरी ने छात्रा को बचाया उसे घर भिजवाया। घर पहुंचने पर छात्रा ने परिजनों को आपबीती सुनाई। राजकुमार ने बताया कि वह अपने भाई शिवकुमार के साथ आरोपी युवक को खोजने निकले थे तभी बेटी ने घर की छत पर आग लगा ली। 90 फीसदी झुलसी छात्रा को मौदहा सीएचसी से जिला अस्पताल लाया गया जहां उसकी मौत हो गई। शाम को छात्रा का शव मिलने के बाद लोगों का आक्रोश फिर भडक़ गया। लोगों की नाराजगी व हंगामें को काबू में करने के लिए पुलिस की गोली से रोहित की मौत हो गई।