लखनऊ। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की अयोध्या को संवारने के लिए 18 अक्तूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 134 करोड़ रुपये की योजनाओं की घोषणा करेंगे। केंद्र सरकार से मिलने वाली इस रकम को भगवान राम के महल, राजा दशरथ के महल और भगवान राम की जल समाधि लेने वाले घाट के जीर्णोद्धार एवं सौदर्यीकरण पर खर्च की जाएगी।
भगवान राम ने जिस गुप्तार घाट पर जल समाधि ली, आज भी स्थानीय पयर्टक भी अनजान हैं। ऐसे में अयोध्या आने वाले लाखों तीर्थयात्रियों को रामलाल से जुड़ी कथाएं और स्थलों की जानकारी मुहैय्या कराने की कोशिशों पर काम किया जा रहा है। 19वीं शताब्दी में राजा दर्शन सिंह का बनाए गए गुप्तार घाट और वहां निर्मित विशाल सीता-राम मंदिर का जीर्णोद्धार पर सरकार 37 करोड़ रपये से ज्यादा की रकम खर्च करेगी। ताकि उसे पुराने आर्किटेक्चर पर ही नए सिरे से बनाया जा सके।
निर्माण के दौरान पर्यटकों की सुविधाओं को भी ख्याल रखा जाएगा। सरयू नदी पर राम की पैड़ी को करीब 12.5 करोड़ खर्च कर नए सिरे से बनाया जाएगा। यहां लाइटें लगाई जाएगी ताकि यह पूरा क्षेत्र जगमग रहे। इसी तरह भगवान राम के निवास स्थान कनक भवन और राजा दशरथ के निवास स्थान दशरथ महल का भी जीर्णोद्धार करीब 11.5 करोड़ रुपये की रकम खर्च की जाएगी। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जीवन में लक्ष्मण की भूमिका भी कमतर नहीं है। इसलिए सरयू नदी के तट पर बने लक्ष्मण घाट का भी सौंदर्यीकरण करते हुए उसे नए सिरे से निर्मित किया जाएगा। इस कार्य पर तकरीबन 11 करोड़ रुपये की रकम खर्च की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्यावासियों एवं तीर्थ यात्रियों के लिए भी छोटी दीपावली के इस कार्यक्रम में कई बड़ी योजनाओं को एलान करेंगे। दिगम्बर अखाड़ा परिसर में बहुउद्देश्यीय प्रेक्षागृह का निर्माण, राम की पैड़ी, पर्यटकों के ठहरने के स्थल, सुरक्षा की दृष्टि से प्रमुख जगहों को सीसीटीवी से लैस करना, पुलिस बूथों की बढ़ोत्तरी, जगहों के दर्शन के लिए इको फ्रेंडली ट्रांसपोर्ट की सुविधा दी जाएगी। यही नहीं नागरिक सुविधायें जैसे शौचालय, जल निकासी की उचित व्यवस्था की जाएगी।