शिया वक्फ बोर्ड: मंदिर अयोध्या में मस्जिद लखनऊ में

लखनऊ। राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद को हल करने के लिए शिया वक्फ बोर्ड ने एक नया मसौदा तैयार किया है। बोर्ड की इस पहल पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि व अन्य संतों ने भी अपनी सहमति दे दी है। इस नए मसौदे के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा जबकि मस्जिद का निर्माण अयोध्या और फैजाबाद में नहीं होगा बल्कि लखनऊ के हुसैनाबाद में खाली नजूल की एक एकड़ जमीन पर किया जाए।
इसके लिए शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने सरकार को एक पत्र भी लिखा है। सोमवार को शिया वक्फ बोर्ड कार्यालय में चेयरमैन वसीम रिजवी व महंत नरेन्द्र गिरी ने एक प्रेस कान्फ्रेंस भी की। हालांकि इस मसौदे पर मुख्य पक्षकार सुन्नी वक्फ बोर्ड की सहमति नहीं है। वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा कि बाबर के नाम से मस्जिद अयोध्या या फैजाबाद में नहीं बनाई जाएगी। लखनऊ के हुसैनाबाद में नजूल की एक एकड़ खाली जमीन पर मस्जिद-ए-अमन का निर्माण किए जाने का प्रस्ताव है। इसके लिए सरकार को एक पत्र लिख कर जमीन दिए जाने की मांग की गई है।
पहल का स्वागत : महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि वह वक्फ बोर्ड की पहल का स्वागत करते है। उन्होंने कहा कि समझौते को लेकर वह सुन्नी वक्फ बोर्ड से मांग करेंगे कि वह भी मंदिर निर्माण को तैयार हो जाए। महंत ने कहा कि मंदिर कब बन कर तैयार होगा ये नहीं पता लेकिन 2018 से मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। मंहत नरेन्द्र गिरि ने कहा कि श्रीश्री रवि शंकर बिना किसी प्लान के आये थे। उनकी पहल का स्वागत है लेकिन उनके पास कोई हल नहीं था।