विदेशी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी

नयी दिल्ली। सरकार ने आज कहा कि भारत आने वाले विदशी पर्यटकों की संख्या में निरंतर इजाफा हो रहा है तथा पर्यटकों की संख्या की जो वृद्धि दर वर्ष 2015 में 4.5 प्रतिशत थी वह वर्ष 2016 में बढक़र 9.7 प्रतिशत हो गई।
पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के जे अल्फोंस ने आज राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में बताया, ‘‘साल 2015 की तुलना में पिछले साल भारत आये विदेशी पर्यटकों की वृद्धि दर 9.7 प्रतिशत रही जबकि साल 2015 में यह वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत थी। हालांकि इससे पहले साल 2014 में विदेशी पर्यटकों की संख्या में 10.2 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की गयी थी।’’ पिछले तीन सालों में भारत आने वाले पर्यटकों की संख्या का ब्योरा देते हुये अल्फोंस ने बताया कि इस साल अब तक भारत आये विदेशी पर्यटकों की संख्या 90 लाख रही। पिछले साल यह संख्या 88.04 लाख थी, जबकि साल 2015 में 80.27 लाख और साल 2014 में यह संख्या 76.79 लाख थी।उन्होंने विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के कारणों का जिक्र करते हुये कहा कि विदेशी सैलानियों को दी जा रही ई वीजा सुविधा का विस्तार 163 देशों तक करना और पर्यटकों के लिये 24 घंटे काम करने वाली बहुभाषी (12 भाषायें) हेल्पलाइन सेवा (टोल फ्री) की शुरुआत करना इस वृद्धि की मुख्य वजह रही। इसके अलावा सरकार ने अंतरराष्ट्रीय एवं घरेलू बाजारों में एकीकृत विपणन और संवर्धन रणनीत की मदद से पर्यटक उत्पादों और गंतव्यों के संवर्धन के लिये विभिन्न अभियान शुरू किये गये।उन्होंने कहा कि पर्यटन सुविधाओं के विस्तार में राज्य सरकारों को भी शामिल करते हुये केन्द्र सरकार ने राज्यों को पर्यटन विकास एवं संवर्धन के लिये वित्तीय सहायता दी है। अल्फोंस ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि सरकार विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि दर में इजाफे के लिये निरंतर प्रयासरत है।उन्होंने बताया कि विदेशी पयर्टकों में भारत की ओर सबसे ज्यादा रुझान पड़ोसी देशों के नागरिकों का रहा है। पड़ोसी देशों से भारत आने वाले पर्यटकों में बंगलादेश पिछले तीन साल से अव्वल है। जबकि श्रीलंका और चीन इस मामले में क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान है।अल्फोंस ने बताया कि इस साल अब तब बंगलादेशी पर्यटकों की संख्या 19.46 लाख रही, जबकि पिछले साल यह संख्या 13.80 लाख थी और साल 2015 में 11.33 लाख थी। वहीं श्रीलंका से भारत आने वाले सैलानियों की संख्या इस साल 2.83 लाख और चीन के पर्यटकों की संख्या 2.25 लाख रही। इसके बाद नेपाल, पाकिस्तान, म्यांमा और भूटान से भी भारत आने वाले पर्यटकों की संख्या उल्लेखनीय रही और इसमें साल दर साल बढ़ोतरी हो रही है।