योगी का 50 लाख रोजगार देने का दावा एक जुमला: वंशराज

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने 50 लाख नौजवानों को कौशल विकास योजना के तहत रोजगार देने का दावा किया है जो एक नया जुमला है उनका जिन्होंने सत्ता में आने से पहले 13 लाख नौकरी देने का वादा किया था। ये बात आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश के छात्र विंग (सीवाईएसएस) के अध्यक्ष वंशराज दुबे ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा।
उन्होंने कहा की योगी जी ने 2017 के चुनाव से पहले हर साल प्रदेश के 13 लाख नौजवानों को नौकरी देने का और सत्ता में आने के 90 दिनों के अंदर प्रदेश में खाली पड़े सभी रिक्त पदों को भरने का वादा किया था। अभी नौजवान इस झूट से उभरे भी नहीं है की आदित्यनाथ जी 50 लाख नौकरियों का नया जुमला लेकर आ गए7उन्होंने कहा कि 2015 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कौशल विकास योजना लांच किया था, इसमें स्टार्टअप इंडिया , डिजीटल इंडिया, स्कील इंडिया जैसे योजना शामिल थी, लेकिन वो तमाम योजना सिर्फ एक ढ़ोंग बनकर रह गया। प्रदेश के अंदर करोड़ों नौजवानों को रोजगार देने वाली अधिनस्थ सेवा चयन आयोग जहां 85 में से 60 पद खाली है। अधिनस्थ सेवा चयन आयोग 22 बड़ी भतियां 2017 से लेकर अब तक लंबित पड़ी है, जिसकी वजह से नौजवान दर दर भटकने को मजबूर है।बीडीयो 2018 भर्तियां व गन्ना परिवेक्षक की भर्तियों को लेकर नौजवानों ने सरकार से गुहार लगाई, लेकिन आज तक एक भी भर्तियां नहीं हुई। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद, 2017 से लेकर अब एक भी दरोगा भर्ती नहीं हुई, एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी असिस्टेंट की भर्ती में चयनित अभियार्थियों का सत्यापन भी हो गया लेकिन अब तक एक भी जोइनिंग नहीं हुई। उन्होंने कहा कि योगी जी ने 2018 में इन्वेस्टर समिट आयोजित किया था। इसके आयोजन में 66 करोड़ रुपए पानी की तरह बहाये गए7 तब बताया गया की इस समिट के जरिये आदित्यनाथ सरकार प्रदेश के करोडो नौजवानों को नौकरी मिलेगी। इस समिट में 1000 से ज्यादा एमओयू (रूश ) साइन किया था जिनकी कुल कीमत साढ़े चार लाख करोड़ रूपये बताई गयी पर अभी तक इसमें सिर्फ 9 फीसद ही ज़मीन पर आ पाया है। नौकरी एक बार फिर से बीजेपी का जुमला ही साबित हुई7