भाभी द्वारा झूठा मुकदमा दायर करने का आरोप

गाजियाबाद। सुनील सिंह विगत 1 दशक से अधिक समय से पत्रकारिता से जुड़े हुए हैं । वे अपनी पसंद के लडक़ी से शादी करना चाहते थे परंतु घरवालों को क्योंकि उनका यह रिश्ता मंजूर नहीं था इसलिए सन 2005 मे उन्हें अपना परिवार छोडऩा पड़ा । वे तभी से अपने परिवार अलग रह रहे हैं । दिनांक 28/04/2015 को उनके बड़े भाई प्रदीप का देहांत हो गया परंतु इस बात की सूचना भी उन्हें नहीं मिल पाई । उनके बड़े भाई प्रदीप बिजली विभाग के काम करते थे । प्रदीप के समस्त रुपए उनके देहांत के बाद उनकी पत्नी सीमा को मिले जो कि लगभग 1000000 थे । बाद में पता चला कि सीमा किसी से शादी करके उसे भी उनकी माता के मकान में रखना चाहती थी इसलिए दोनों ने कहा सुनी हो गई और सीमा अपने पिता के पास ही रह रही थी संपत्ति पर कब्जा करने और दबाव बनाने के लिए सीमा पुत्री मुन्ना लाल निवासी मकान नंबर 103 मंगल मोहल्ला मदनपुर खादर सरिता विहार दिल्ली मेरे व मेरे बड़े भाई प्रवीण के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 563 /2019अंतर्गत धारा 376 504 506 34 आईपीसी थाना साहिबाबाद के दिनांक 07/03/2019 को फर्जी व झूठे तथ्यों के आधार पर दर्ज करा दिया । केस पहले दिल्ली में कराया गया जिसकी तहरिर अंग्रेजी में थी जबकि सीमा देवी कम पढ़ी लिखी थी और अंग्रेजी नहीं जानती थी । इस केस का सुनील को कोई पता नहीं चला 15 पिछले 1 महीने से पुलिस सुनील के घर आई तो केस का पता चला । आज दिनांक 04/01 2021 को वह समय करीब 1:00 बजे अपनी अग्रिम जमानत डलवाने के लिए कागजात बनवाने आए थे तो कोर्ट के गेट के पास मुझे सीमा देवी और उसके साथ आए तीन व्यक्तियों ने उन्हें घेर लिया तथा जान से मारने की धमकी दी । सुनील सिंह ने स्वयं को पूर्णत: पूरे प्रकरण में निर्दोष बताते हुए उन्हें साजिश के तहत सीमा देवी एवं उसके गुर्गों द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाने की बात कहते हुए स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन से अपने प्राणों की सुरक्षा की गुहार लगाई है ।